टोक्यो । जापान में राजनीतिक परिवर्तन होने के आसार बनते दिखाई दे रहे हैं। यदि ये परिवर्तन हो गया तो फिर मौजूदा प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा पीएम पद पर सबसे कम समय तक रहने वाले नेता बन जाएंगे। ब
ा दें कि सुगा ने पिछले वर्ष सितंबर में शिंजो एबी की जगह ली थी। शिंजो एबी ने स्वास्थ्य कारणों के चलते स्वेच्छा से पीएम पद से इस्तीफको छोड़ा था। फिलहाल सुगा सत्ताधारी पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख हैं। उनका कार्यकाल अगले माह खत्म हो रहा है। कोविड-19 महामारी की रोकथाम में असफल रहने के लिए भी उनकी काफी आलोचना होती रही है। एक सर्वे में अब उनकी लोकप्रियता में कमी होती दिखाई दी है। जिस वक्त एबी ने पीएम पद से इस्तीफा दिया था उस वक्त वो करीब 70 फीसद लोगों के पसंदीदा नेता थे, लेकिन अब 11 माह बाद इसमें जबरदस्त गिरावट आई है। अब हुए ताजा सर्वे में उन्हें महज 30 फीसद लोगों ने पसंद किया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में पूर्व विदेश मंत्री फ्यूमो किशिदा अब लोगों के पसंदीदा नेता बनते दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि किशिदा के हाथों में एलडीपी की कमान आ सकती है। रविवार को युकोहोमा शहर के मेयर पद के लिए हुए चुनाव में सुगा के करीबी हचीरो ओकोनोगी की जबरदस्त हार हुई है। इसके बाद से सुगा को पार्टी प्रमख से हटाने की भी आवाज बुलंद हो रही है। नवंबर में देश की संसद के निचले सदन के चुनाव होने हैं। टोक्यो के नजदीक सुगा के विधानसभा में हुए इस चुनाव में देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक पार्टी आफ जापान के नेता तखेरू यमंका ने यहां से एकतरफा जीत हासिल की है। तखेरू पूर्व प्रोफेसर हैं। एलडीपी के सांसद ने सुगा के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में काम करना काफी मुश्किल हो गया है। राजनीतिक विश्लेषक अत्सुआ इटो का भी कहना है कि सुगा के नेतृत्व में आम चुनाव लड़ना किसी भी सूरत से संभव नहीं रह गहै। अपने खिलाफ उठ रही आवाजों पर पीएम सुगा ने कहा कि उनकी योजना में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। उन्होंने ये भी साफ किया है कि वही पार्टी प्रमुख बने रहेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं होने वाला है।
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