नूंह , 19 अगस्त : जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह के नेतृत्व मेंअब जिला नूंह भी अन्य जिलों की भांति सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में तत्परता से कार्य कर रहा है प्रदेश सरकार की जल
क्ति अभियान नामक एक महत्वकांक्षी योजना है जिसे फलीभूत करने के लिए जिला में विभिन्न योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है । जल शक्ति अभियान जैसे अभियान चलाकर राज्य सरकार नागरिकों को पानी बचाने के महत्व की गंभीरता के बारे में जागरूक करने का प्रयास कर रही है। इसके साथ ही जल संरक्षण के महत्वपूर्ण तरीकों के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है । हरियाणा जल शक्ति अभियान के अंतर्गत लोगों को यह भी बताया जा रहा कि वर्षा जल संरक्षण से गिरते भूजल स्तर को कैसे बचाया जाये। तथा गिरे हुए भू-जल को अपने मूल स्तर पर वापस कैसे लाया जा सकता है । हरियाणा जल शक्ति अभियान का मुख्य प्रयास यह है कि हम जल का दुरुपयोग करना बंद कर दें और जागरूक होकर भविष्य के लिए अपने आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ जल उपलब्ध करा सके। हर नागरिक को पीने का साफ पानी मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है। इसीलिए जल-संरक्षण को मिशन के तौर पर लागू किया गया है, ताकि वर्षाजल संरक्षण, जल-संरक्षण और जल प्रबंधन को बढ़ावा मिल सके। जिला उपायुक्त बताते हैं कि जिला में लगभग सात लाख से अधिक पौधे रोपित किए जाएंगे जोकि जिला के वातावरण को शुद्ध करेंगे । उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पेड़ लगाने से हमें सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त हो सकेगी । उपायुक्त ने कहा कि जिला में पौधशाला नाम से ऐप शुरू किया गया है इस ऐप में जिला की सभी नर्सरियों के बारे में बताया गया है और नर्सरियों में विभिन्न किस्म के पौधों के बारे में भी बताया गया है कोई भी व्यक्ति इस ऐप द्वारा किसी भी किस्म का पौधा लेने के लिए बुकिंग करवा सकता है । उन्होंने बताया कि स्कूलों में अंतिम कक्षा से पास आउट होने वाले सभी विद्यार्थी अपने स्कूल में पेड़ लगाकर उस पेड़ को उपहार स्वरूप अपने जूनियर विद्यार्थियों को देकर जाएंगे और इस पोधागिरी योजना अनुसार सभी स्कूलों में फलदार वृक्ष लगाए जाएंगे । उन्होंने जिला वासियों से यह आवाहन भी किया कि वे सभी अपने अपने घरों में मनाए जाने वाले त्योहारों पर जरूर पेड़ लगाएं जिसे घर का वातावरण शुद्ध हो सके । जल शक्ति अभियान के तहत जिला में हुए कार्य : जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जल शक्ति अभियान शुरू होने के पश्चात नूंह जिला में अब तक लगभग 4 लाख 50 हजार से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं । जल शक्ति अभियान के तहत 13 सौ से अधिक किसान मेलों का आयोजन किया गया है। जिला में 4 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है जिनका पानी ट्रीटमेंट होने के पश्चात प्रयोग में लिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जिला में 117 स्कूलों में वाटर रिचार्जिंग पॉइंट बनाए गए हैं । 148 वाटर सेट विकसित किए गए हैं और जिला में जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए 400 से अधिक प्रभात फेरी निकाली गई हैं जिनके माध्यम से लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक किया गया है। इसी कड़ी में 50 से अधिक तरू यात्राओं का आयोजन किया गया ।
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