जल शक्ति अभियान के तहत दिए गए टारगेट को अधिकारी गंभीरता से लें : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह

Khoji NCR
2021-08-18 10:25:34

जल शक्ति अभियान की समीक्षात्मक बैठक में दिए अधिकारियों को निर्देश नूंह 18 अगस्त : उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को लघु सचिवालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंस हॉल में जल शक्ति अ

ियान की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उनको दिए गए टारगेट को गंभीरता से लेते हुए पूरा करें। उन्होंने कहा कि पुराने तालाबों, कुओं व टैंक आदि का जीर्णोद्धार करने से बारिश के पानी का संचय हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग उनको दिए गए पौधारोपण के टारगेट को भी शीघ्र पूरा करें। वन विभाग के पास पर्याप्त संख्या में पौधे हैं। समीक्षा बैठक में निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि बारिश के पानी का संचय करने व पानी की बर्बादी को रोकने लिए जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए पानी के प्राकृतिक स्रोत को जीर्णोद्धार किया जा रहा है। जल शक्ति अभियान के तहत कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, मौलिक शिक्षा, पंचायत विभाग, पंचायती राज, लोक निर्माण विभाग, स्थानीय नगर निकाय, भू-संरक्षण, वन विभाग, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग आदि प्रमुख विभागों को रेन वाटर हार्वेसटिंग सिस्टम व सोकपिट बनाने के लिए टारगेट दिए गए हैं, जिनको निर्धारित समय में पूरा करना है। उन्होंने कहा कि सरकारी इमारतों में रेन वाटर हार्वेसटिंग सिस्टम बनाना जरूरी है। उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकारी स्कूलों के साथ निजी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेसटिंग सिस्टम बनाना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जल शक्ति अभियान के तहत दिए गए पौधारोपण के टारगेट को जल्द से जल्द से पूरा करें। उन्होंन कहा कि बारिश के मौसम के दौरान ही पौधारोपण करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के लिए लोगों में जागरूकता लाना भी जरूरी है। इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद गजेंद्र सिंह , एक्सइन पंचायती राज , एक्सइन पब्लिक हेल्थ , जिला शिक्षा अधिकारी सुरेश गोरिया सहीत अन्य अधिकारी उपस्थित थे । जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जल शक्ति अभियान शुरू होने के पश्चात नूंह जिला में अब तक लगभग 4 लाख 50 हजार से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं । जल शक्ति अभियान के तहत 13 सौ से अधिक किसान मेलों का आयोजन किया गया है। जिला में 4 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट है जिनका पानी ट्रीटमेंट होने के पश्चात प्रयोग में लिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि जिला में 117 स्कूलों में वाटर रिचार्जिंग पॉइंट बनाए गए हैं तथा 148 वाटर सेट विकसित किए गए हैं और जिला में जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए 400 से अधिक प्रभात फेरी निकाली गई हैं जिनके माध्यम से लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक किया गया है। इसी कड़ी में 50 से अधिक तरू यात्राओं का आयोजन किया गया । 30 अगस्त को जिला नूंह में चलाए गए सघन पौधारोपण कार्यक्रम में अधिक से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसकी निरन्तरता में जिला के सभी स्कूलो, ग्राम पंचायतो, पर्यावरण प्रेमियों, स्वयं सहायता समुहों एवं सरकारी संस्थानो आदि द्वारा लक्ष्यो में सहयोग करते हुये लगभग 115000 पौधे लगाये तथा वन विभाग द्वारा एक लाख पौधे वन भूमि पर रोपित किये गये। गामीण अपने ट्रैक्टर/टैम्पू से वन विभाग की नर्सरियो से पौधे लादकर ले गये तथा अपने-अपने गांवो के खाली स्थान, ग्रामीण सडको के सहारे, घरों के आंगन, तथा अन्य स्थानों पर पौधारोपण किया। गामीणों में पौधारोपण के प्रति वन विभाग का उद्देश्य जो ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण तथा पौधारोपण के प्रति जागरूकता करने का है वह काफी हद तक सफल हुआ है । उपायुक्त ने ग्रामीणों से आह्वान किया है कि वे अब सभी तीज/त्यौहार पौधारोपण कर मनाएं।

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