संवाद न्यूज़ एजेंसी फिरोजपुर झिरका। 6 अगस्त शुक्रवार को प्राचीन कालीन ऐतिहासिक पांडव निर्मित शिवलिंग पर कोविड-19 के चलते मंदिर परिसर में मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है। यह जानकारी शिव मंद
र अध्यक्ष अनिल कुमार गोयल ने दी। शिव मंदिर अध्यक्ष ने बताया कि जिला प्रशासन के और प्रदेश सरकार के आदेशों की पालना करते हुए कोविड-19 के चलते मंदिर परिसर में मेले को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई है । उन्होंने बताया कि शिवरात्रि के मेले को लेकर भक्तों में काफी उत्साह होता है और हजारों की संख्या में शिव भक्त मंदिर में आकर जलाभिषेक करते हैं लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस बार मंदिर समिति ने प्रशासन और प्रदेश सरकार के आदेशों की पालना करते हुए पहले की ही तरह मंदिर परिसर में मिला नहीं लगाने का फैसला लिया है। उन्होंने शिव मंदिर परिसर में आने वाले शिव भक्तों से अनुरोध किया कि सभी भक्तजन हालातों को देखते हुए , अपने नजदीक के शिव मंदिर में पूजा अर्चना करें । उन्होंने कहा कि महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है। उन्होंने भक्तों से अपील करते हुए भी कहा कि मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष पालन करें , जिससे इस महामारी को जड़ से समाप्त किया जा सके । उन्होंने शिव भक्तों से कहा कि कोरोना की वैक्सीन लगवाना अति आवश्यक है। कोरोना की वैक्सीन लगवाने से इस महामारी को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है। पांडव राज युधिष्ठिर द्वारा निर्मित है ऐतिहासिक शिवलिंग:- अरावली की वादियों में पांडव राज युधिष्ठिर द्वारा अज्ञातवास के दौरान यहां एक शिवलिंग की स्थापना कर पूजा अर्चना की गई। जिसकी खोज करने के उपरांत शहर वासियों द्वारा एक मंदिर समिति बनाकर विशाल मंदिर का निर्माण कराया गया। तभी से लेकर यहां वर्ष में दो बड़े मेलों का आयोजन शिवरात्रि के पावन पर्व पर मंदिर समिति द्वारा किया जाता है । शिवरात्रि पर हजारों की संख्या में कांवड़िए भक्त और दूरदराज से आने वाले शिव भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक कर मनोकामनाएं मांगते है। मान्यता है कि सच्चे मन से जलाभिषेक करने के उपरांत मांगी गई हर मुराद भोले पूरी करते हैं। जिसको लेकर लाखों शिव भक्तों की आस्था मंदिर से जुड़ गई।
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