फदनी की प्राथमिक पाठशाला को अपग्रेड करने की उठी मांग

Khoji NCR
2021-08-03 11:53:42

धनेश विद्यार्थी, रेवाड़ी। जिले के खण्ड धारुहेड़ा के गांव फदनी के ग्रामीणों ने अपने गांव की राजकीय प्राथमिक पाठशाला की आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति एवं स्तर उन्नयन(अपग्रेडेशन) हेतु उपायुक्

रेवाड़ी तथा जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी रेवाड़ी को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में कहा गया कि गांव फदनी का स्कूल आसपास के सभी स्कूलों से पहले सन 1955 में स्थापित हुआ था। आज से लगभग 25-30 वर्ष पहले स्कूल में जो सुविधाएं थी बस वही है। और उनकी भी हालत जर्जर हो चुकी है। सभी कमरे लीकेज हैं। टॉयलेट आधुनिक नहीं है। बच्चों के खेलने के लिए झूले, प्ले ग्राउंड के लिए सामान नहीं है। स्कूल का मुख्य द्वार- मुख्य मार्ग पर नहीं है।गेट से बरामदे तक पक्की सड़क व ऊंची चारदीवारी नहीं है। परिणाम स्वरूप शरारती तत्व स्कूल की चार दिवारी फांद कर तोड़फोड़ करते हैं और चौकीदार नहीं होने की वजह से आए दिन स्कूल में चोरी की घटनाएं होती रहती है।स्कूल में लगभग 70 बच्चे हैं 2 किलोमीटर के दायरे में 3 प्राइमरी स्कूल स्थित है तथा सड़क द्वारा गांव के प्राइमरी स्कूल से जुड़े हैं। ग्राम वासियों ने स्कूल को माध्यमिक स्तर तक अपग्रेड करके जरूरी आधारभूत सुविधाओं को पूरा करने की मांग की। सोशल एक्टिविस्ट कामरेड रमेश चंद्र एडवोकेट ने बताया कि हमारे गांव का स्कूल पहले भी माध्यमिक स्तर तक अपग्रेड करने की शर्तें पूरी करता था सरकार व प्रशासन की तरफ से आश्वासन भी दिया गया था परंतु राजनीतिक कारणों से स्कूल अपडेट नहीं हो पाया। उन्होंने यह भी बताया ग्रामवासी इस बात के लिए भी प्रतिबद्ध है कि गांव का कोई भी बच्चा प्राइवेट स्कूल में नहीं जाएगा यदि गांव के स्कूल में उच्च कोटि की शिक्षा तथा शिक्षण की सभी सुविधाएं हो । ज्ञापन में मांग की गई कि स्कूल में संख्या के आधार पर एक और अध्यापक भेजा जाए। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि बच्चों के बैठने के लिए डेस्क, झूले, बास्केटबॉल, खो- खो, स्केटिंग व वॉलीबॉल के मैदान की सुविधा व सामान तथा कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, डिजिटल क्लासरूम की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। अन्य स्कूलों की भांति सौंदर्यीकरण किया जाए। जर्जर कमरों की मरम्मत की जाए व नए भवन का निर्माण किया जाए। बच्चों के पानी पीने के लिए आर.ओ, वाटर कूलर की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, पार्ट टाइम स्वीपर की जगह फुल टाइम स्वीपर कम माली तथा चौकीदार की नियुक्ति की जाए। बच्चों के स्वास्थ्य की दृष्टि से आधुनिक सुविधा युक्त टायलेट, प्रार्थना सभा, पी.टी, योगा व बाल सभा के लिए पक्का मैदान व चबूतरे का निर्माण किया जाए। ग्रामीणों ने कहा कि एक शिक्षक, शिक्षा विभाग व सभ्य समाज की सार्थकता तभी होती है जब बच्चों का बहुमुखी विकास हो और शिक्षण संस्थान से जिम्मेदार, चरित्रवान नागरिक तैयार हो। प्रतिनिधिमंडल में सोशल एक्टिविस्ट कामरेड रमेश चंद्र एडवोकेट, सरपंच जितेंद्र यादव, लेफ्टिनेंट रणवीर सिंह, अशोक कुमार यादव, सूबेदार सावंत सिंह, उदय राम यादव, धनपत सिंह यादव,भगवत नंबरदार, नित्यानंद यादव, दीपक कुमार, जुगतीराम वर्मा, सुरेश कुमार, मनमोहन शर्मा, राहुल वर्मा आदि ग्रामवासी शामिल थे।

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