हथीन/माथुर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी गौतम कुमार ने दीपक मेवाती रचित कविता संग्रह बडा बेचैन सा हूं मैं का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने दीपक मेवाती को बधाई और शुभकामनाएं दी। ज्ञातव्य है क
दीपक मेवाती हथीन के गांव मढनाका के राजकीय उच्च विद्यालय में प्राथमिक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। युवा कवि की ये चौथी पुस्तक है। इससे पहले दीपक मेवाती काव्य-संगम और काव्य-सुरभि (साझा काव्य संग्रह) का सफल संपादन कर चुके हैं एवं इनका एकल काव्य संग्रह सम्मान चाहिए भी प्रकाशित हो चुका है। मेवाती के लेख, शोध-पत्र, कविता, गजल, देश-विदेश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों में प्रकाशित होते रहते हैं। बडा बेचैन सा हूं मैं मुख्यत: शृंगार रस पर आधारित काव्य संग्रह है। लेकिन संग्रह में हास्य और सामाजिक सरोकारों से सम्बंधित कविताएं भी सम्मिलित हैं। संग्रह में आपको मेवाती एवं हरियाणवी कविताएं भी पढने को मिलेंगी। जो आपको इन बोलियों का कविता के माध्यम से रसपान कराएंगी। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी गौतम कुमार ने पुस्तक के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि वर्तमान समय में भी पुस्तकों के महत्व को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है। साहित्य को उन्होंने समाज का दर्पण बताया। रचनाकार समाज में घटित घटनाओं को अपनी लेखनी के माध्यम से समाज के सम्मुख रखता है।
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