होडल, डोरीलाल गोला स्थानीय पुरानी जीटी रोड स्थित थाने चौक से जगजीवन राम चौक तक के दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण के कारण यहां आए दिन यातायात जाम की समस्या बनी रहती है। दुकानदारों के अतिक्
्रमण के कारण दर्जनों फुट का रास्ता मात्र दस से बाहर फुट का रह गया है। अतिक्रमण के कारण लगने वाले जाम से राहगिरों व दो पहिया वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है। शहर वासियों द्वारा बार-बार नगर परिषद प्रशासन के समक्ष गुहार लगाने पर भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। इस समस्या की ओर नगर परिषद की अनदेखी के कारण लोगों में रोष व्याप्त है। पुरानी जीटी रोड स्थित थाना चौक से जगजीवन राम चौक तक की दूरी मात्र आधा किलोमीटर तक की है। इस रोड पर स्थित दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे कई फुट सामान बढाकर पूरी तरह से अतिक्रमण किया हुआ है। अतिक्रमण के कारण यहां आए दिन यातायात की समस्या बनी रहती है। यातायात जाम के कारण यहां से निकलने वाले राहगिरों व दोपहिया वाहन चालकों को इस आधा किलो मीटर की दूरी को तय करने में लगभग एक से डेढ घंटे का समय लग जाता है। राहगिर व वाहन चालक इस रोड पर लगने वाले जाम में फसकर नगर परिषद प्रशासन को कोसते नजर आते हैं। इसके अलावा कई बार तो इस यातायात जाम में पुलिस प्रशासन की गाडियां भी फसकर रह जाती है और पुलिस कर्मियों को गाडी में से उतरकर जाम को खुलवाना पडता है। शहर वासी अनिल कुमार, जतिन बिंदल, साहिल गोयल, गौरव मंगला, हेमन्त नागल, सुनील कुमार, राकेश, पुनित, बिनोद के अलावा अन्य का कहना है कि जब तक नगर परिषद अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों पर शिकंजा नहीं कसेगा तब तक यह समस्या ज्यों की त्यों बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि इम मार्ग पर लगने वाले जाम के कारण उन्हें अपने गंतव्य स्थानों तक पहुंचने पर हमेशा देरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद का अतिक्रमण हटाओं अभियान सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया है। परिषद के अधिकारियों का शहर वासियों को हो रही समस्या की ओर ध्यान नहीं है। कई बार नगर परिषद के अधिकारियों से इन अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इस ओर से प्रशासन पूरी तरह से आंखें बंद करके बैठा हुआ है। लोगों में नगर परिषद प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है। प्रशासनिक पक्ष:- इस मामले में नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता डालचंद का कहना है कि बीच-बीच में अतिक्रमण हटाओं अभियान परिषद के ओर से चलाया जाता है, लेकिन फिर भी दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आते। उन्होंने कहा कि जल्दी परिषद की ओर से अभियान चलाकर इस अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
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