कालोनीवासियों ने निगम प्रशासन से समाधान के लिए लगाई गुहार। खोजी/सुभाष कोहली कालका। कालका क्षेत्र में जगह-जगह घूमते लावारिस पशु व सांडों पर पहले नगर निगम तो अब नगर परिषद रोक लगाने में बिल्कु
नाकाम साबित हो रहा है, जिसका खामियाजा क्षेत्र के लोगों को घायल होकर भुगतना पड़ रहा है। यहां तक कि कई लोगों की मोतें भी हो चुकी हैं, पर प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी खामोश है। यही हाल बसंत विहार कालका स्थित शर्मा कालोनी का है, जहां पर गलियों में दर्जनों लावारिस पशु व सांड झुंड में इकट्ठे देखे जा सकते हैं। स्थानीय निवासी सुरेंद्र सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, संजय, सुभाष चंद्र, यादविंदर, अशोक बेदी, आरके भटनागर, विनय, आशु, राजिंदर सिंह, राज कुमार धीमान, सुनील वर्मा, टेक चंद आदि का कहना है कि लावारिस पशु कालोनी की गलियों में कब्ज़ा करके बैठे व खड़े नजर आते हैं। अक्सर यह पशु आपस में लड़ते हुए गलियों में खड़े वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं, इनसे दर्जनों वाहनों को नुकसान हो चुका है। इसके अलावा श्मशान घाट के नजदीक दर्जनों लावारिस पशु कूड़े के ढेरों में मुंह मारते देखे जाते हैं। कई बार तो लावारिस पशुओं के आपस में लड़ने से गलियों में चलने वाले लोग इनकी चपेट में आने से घायल हो जाते हैं। कालोनी में जगह-जगह व लोगों के घरों के सामने गोबर के ढेर लगे रहते हैं, जिससे गलियों के रास्ते भी प्रभावित हो रहे हैं। कॉलोनी में स्थित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी राकेश चंद्र भट्ट का कहना है कि मंदिर के सामने ही लावारिस पशु गोबर करके चले जाते हैं, जिससे मंदिर आने वाले भक्तों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी प्रकार कालोनीवासी आवारा व पालतू कुत्तों की वजह से भी परेशानी झेल रहे हैं। कुत्ते गलियों में ही पॉटी कर देते हैं। लोगों का कहना है कि आवारा कुत्तों की तो बात छोड़ो, साथ लगती कालोनियों के पालतू कुत्तों के मालिक भी उन्हें घुमाने के मकसद से मंदिर की गली से ही गुजरते रहते हैं, जिससे खुले में ही उनकी पॉटी करवाने पर जगह-जगह गंदगी फैली रहती है। उन्हें मना करने पर वे लड़ने-झगड़ने पर उतारू हो जाते हैं। कालोनीवासियों ने निगम प्रशासन से गुहार लगाई है कि शीघ्र ही इन लावारिस पशुओं को पकड़ा जाए तथा पालतू कुत्तों के मालिकों को इस सम्बंध में उचित दिशा निर्देश जारी किए जाएं।
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