रातो रात पत्थर और चूने को उठा ले गए लोग। चिराग गोयल,फिरोजपुर झिरका। फिरोजपुर झिरका नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी के चलते और कब्जा धारियों द्वारा लगातार किले की दीवार को तोड़ना और गत तीन दिनो
से आ रही बरसात के चलते 400 वर्ष पूर्व रियासत के नवाब शमसुद्दीन द्वारा बनवाया गया, किले की दीवार का एक हिस्सा शुक्रवार रात्रि ढह गया। सुबह निकलते ही लोगों ने जेसीबी ट्रैक्टर की मदद से किले के गिरे हुए हिस्से को ले जाते हुए नजर आए। आपको बता दें कि फिरोजपुर झिरका रियासत के नवाब रहे नवाब समसुद्दीन द्वारा फिरोजपुर झिरका में ऐतिहासिक किले का निर्माण अब से 400 साल पहले किया गया था । इस ऐतिहासिक किले की दीवार पर आज जहां कब्जों की भरमार है । वहीं प्रशासन की अनदेखी के चलते यह किले की दीवार अपना अस्तित्व खोने की कगार पर है। प्रशासन की अनदेखी की अपेक्षा से जूझ रही किले की दीवार का एक हिस्सा शुक्रवार की रात हुई बारिश के बाद ढह गया। किले की दीवार का हिस्सा ढहने से क्षेत्र के लोगों में जहां रोष है । वहीं प्रशासन पर लोगों ने अनदेखी का आरोप लगाया है । प्रेम योगी , विश्राम प्रजापति, कृष्ण प्रजापति , सुरेंद्र जैन, देवेंद्र आदि लोगों का कहना है कि वोटों की राजनीति के चलते ऐतिहासिक धरोहर को भी नगर पालिका द्वारा संजो कर नहीं रखा गया। लोगों द्वारा किले की दीवार पर अतिक्रमण करने के साथ-साथ दीवार को लगातार क्षतिग्रस्त किया जा रहा था लेकिन प्रशासन और नपा प्रशासन द्वारा पूरी तरह से इसकी अनदेखी की गई । जिसके चलते आज यह गढ़ किला पूरी तरह अपने अस्तित्व को खोता जा रहा है। --------------------------------------------------------------------- क्या कहते हैं? नगरपालिका सचिव सुनील रंगा। नगरपालिका सचिव सुनील रंगा का कहना है कि इस मामले के संबंध में कोई भी शिकायत नहीं आई है। अगर शिकायत आती है ,तो उस पर कानूनी कार्रवाई पूरी तरह से अमल में लाई जाएगी।
Comments