फेडरेशन ऑफ़ ब्लड डोनर आर्गेनाइजेसन ऑफ़ इण्डिया के विकास मित्तल बने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

Khoji NCR
2021-07-27 10:57:22

हथीन/माथुर फेडरेशन ऑफ़ ब्लड डोनर आर्गेनाइजेसन ऑफ़ इण्डिया द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायोलॉजिकल (एनआईबी) और भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से दो दिवसीय आनलाइन राष्ट्रीय सेमि

नार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के लगभग सभी राज्यों दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश,उत्तराखण्ड, बिहार आदि के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर देश में स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने, रक्तदान के दौरान होने वाली समस्याओं के उपायों, रक्त के बढते व्यवसायीकरण, मरीजों तक रक्तदाताओं एवं रक्त की उपलब्ध्ता आदि की व्यवस्था पर विचार किया गया। राष्ट्रीय सेमिनार के दौरान फेडरेशन ऑफ़ ब्लड डोनेसन आर्गेनाइजेसन आफ इण्डिया के सैकेट्री जनरल अपुर्भा घोष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. नरेश कुमार भाटिया की अध्यक्षता में 2021-2023 के लिए फेडरेशन की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव भी करवाया। नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पलवल डोनर्स क्लब ज्योतिपुंज के मुख्य संयोजक आर्यवीर लॉयन विकास मित्तल को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सह संयोजक अल्पना मित्तल को कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। पलवल डोनर्स क्लब ज्योतिपुंज के माध्यम से लगभग 175 से ज्यादा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर और 50 निशुल्क कोरोना टीकाकरण शिविर लगवा चुके आर्यवीर लॉयन विकास मित्तल ने फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल अपूर्वा घोष और राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. नरेश कुमार भाटिया का धन्यवाद करते हुए कहा कि फेडरेशन के द्वारा दी गयी जिम्मेदारी को वह बखुभी निभाएंगे। वह क्लब के माध्यम से अब तक हजारों लोगों को रक्तदान और अंगदान के अभियान से जोड़ चुके है। उन्होंने कहा कि वह देशभर में रक्तदान की अलख जगा कर लोगों को 100 प्रतिशत स्वैच्छिक रक्तदान भारत की मुहिम से जोडेगे। मेडिकल साइंस में रक्त कोई दूसरा विकल्प नहीं है। रक्त की कमी को इंसान ही रक्तदान कर पूरा कर सकता है। कोरोना महामारी में विशेषकर खून की कमी से जूझ रहे मरीजों के लिए रक्तदान के लिए सभी को आगे आना होगा। सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के साथ-साथ टीकाकरण से पहले एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। सह संयोजक अल्पना ने भी फेडरेशन का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम रक्तदान, अंगदान, कोरोना टीकाकरण आदि निस्वार्थ समाज सेवा के कार्यों सबके साथ मिल कर राष्ट्रिय स्तर पर लोगों को प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान रक्तदान के क्षेत्र दो दिग्गज गुजरात से हजारों थेलेसीमिया के बच्चों की मदद रुपी संजीवनी महेश भाई त्रिवेदी और 1972 से स्वैच्छिक रक्तदान की मुहिम से जुड़ी पंजाब की डा. मनमोहन कौर को श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायोलॉजी के निदेशक डा. अनुप अविकार, अपोलो कलकत्ता के कैंसर विशेषज्ञ डा.अमित दत्त दावरे,नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायोलॉजी की पूर्व निदेशक डा. रीवा छाबड़ा, डा. आकांक्षा बिष्ट, दाना जी राने, डा. संजय जाधव, ऐनी तालो, एल सान्ताराम, कवि घोष, राजेश बासु, सुभाष मणि सिंह, दीपक शुक्ला, अरुण बावेल, उत्पल दत्त, अनिल वर्मा, अमित त्रिवेदी आदि अनेक दिग्गजों ने अपने विचार रखें।

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