कुरुक्षेत्र, 21जुलाई (सुदेश गोयल):आम आदमी पार्टी युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष गौरव बख्शी ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि पेगासस फ़ोन वायरस के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फ्रांस
ी संस्था और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मिलकर खुलासा किया है कि इजरायली कंपनी NSO के स्पाइवेयर पेगासस के जरिए दुनिया भर की सरकारें पत्रकारों, कानूनविदों, नेताओं और यहां तक कि नेताओं के रिश्तेदारों की जासूसी करा रही हैं।इस जांच को 'पेगासस प्रोजेक्ट' नाम दिया गया है।निगरानी वाली लिस्ट में 50 हजार लोगों के नाम हैं।जो पहली लिस्ट पत्रकारों की निकली है जिसमें 40 भारतीय नाम हैं। जितने सैंपल की जांच की गई उनमें से आधे से ज्यादा में पेगासस के ट्रेस पाए गए।जिन भारतीयों ने नाम सामने आए हैं उनमें बड़े समूहों के एडिटर शामिल हैं।खास बात ये है कि जासूसी के लिए कुछ पत्रकारों के नाम तब लिस्ट में शामिल किए गए जब वो पिछले साल 2019 में मई के आसपास सरकार से जुड़ी किसी खोजी खबर को कर रहे थे। लीक हुई लिस्ट में हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, नेटवर्क 18, द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस के टॉप पत्रकार शामिल हैं।इनमें हिंदुस्तान टाइम्स के शिशिर गुप्ता, द वायर के फाउंडिंग एडिटर सिद्धार्थ वरदराजन और एमके वेणु, द वायर के लिए लगातार लिखने वालीं रोहिणी सिंह का नाम है। द हिंदू की ख़बर के मुताबिक़, पेगासस जासूसी के संबंध में जारी कथित लिस्ट के मुताबिक़, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा,चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद पटेल के मोबाइल नंबर की भी जासूसी का अंदेशा ज़ाहिर किया गया है.
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