कस्बा की तहसील में प्लॉटों व जमीन जायदाद की रजिस्ट्रियां न होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये हालात करीब एक माह से बने हैं। ऐसे में लोगों के जमीन संबंधी कामकाज रूके प
े हैं। किसी ने जमीन बेच कर कोई काम करना है तो किसी ने प्लॉट में मकान बनाने हैं। लोगों ने कई बार नायब तहसीलदार को समस्या के निराकरण की मांग की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। किसानों ने इस बात को लेकर रोष व्याप्त है। गुस्साए किसानों ने एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला को ज्ञापन देकर रजिस्ट्रियां खुलवाए जाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि केवल बराड़ा नगरपालिका क्षेत्र में रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में अधोया, उगाला, जलूबी, सोहाता व अधोई सहित सभी क्षेत्र की रजिस्ट्रियां हो रही है। स्थानीय निवासियों में पिटू राणा, जंगबीर सिंह थंबड़, विनोद कुमार, प्रेम सिंह व जितेन्द्र ने बताया कि उन्होंने प्लाट की रजिस्ट्रियां करवानी थी। लेकिन हर रोज उन्हें टाल दिया जाता है। लोगों ने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर से बात करते हैं। बराड़ा नगर पालिका क्षेत्र में पोर्टल नहीं खुलता जिस कारण यहां के एरिया की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। ग्रामीणों ने बताया कि कई माह से प्लाटों का बयाना किया हुआ है। अब तारीख भी निकल चुकी है। ऐसे में जमीन बेचने वाला पैसे की मांग करता है। लेकिन बिना जमीन की रजिस्ट्री पैसा कैसे दे सकते हैं। लोगों को डर रहता है कि कहीं जमीन का ब्याना होने के बाद पार्टी बाद में रजिस्ट्री करवाने से इंकार न कर दे। लोगों ने बताया कि बार-बार तहसील में जाने पर यह कह कर टाल दिया जाता है कि आज फिर पोर्टल नहीं खुला। क्या कहते नायब तहसीलदार नायब तहसीलदार बराड़ा आशुल अरोड़ा ने बताया कि तीन बार उच्चाधिकारियों को पत्र लिख कर भेजा गया है, लेकिन बावजूद इसके पोर्टल नहीं खुल रहा है। जब तक पोर्टल नहीं खुलता रजिस्ट्रियां नही हो सकती। वर्जन : मामला मेरे संज्ञान में आया है। दिक्कत पोर्टल न चलने के कारण आ रही है। फिर भी समस्या के समाधान को लगे हैं, जो जल्द ही हो जाएगा।
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