कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम अब मेवात में भी जोर पकड़ रहा है। रविवार को डोनेट एन ऑवर और आल इंडिया मेवाती समाज की तरफ से आयोजित रानियाकी ( तावडू) गांव में ३ घंटे में ३०३ लोगों ने टीकाकरण करवाया।

Khoji NCR
2021-07-11 12:15:58

खोजी एनसीआर / साहून खांन नूंह कैंप का आयोजन करने के लिए गांव में युवा कार्यकर्ताओं की एक टीम तैयार की गई जिन्हे COVIN APP पर रजिस्ट्रेशन कैसे किया जाये इसकी ट्रेनिंग दी गई। इसके पहले हुए कैंप में

ोगों को रजिस्ट्रेशन करने के लिए मशक्क्त करनी पड़ी थी जिससे सबक लेते हुए इस बार प्री-रजिस्ट्रेशन का कदम उठाया गया और घर- घर जाकर लोगों का प्री - रजिस्ट्रेशन किया जिससे की लोगों को टीकाकरण के दौरान रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ा। कैंप स्थल पर मौजूद मेडिकल अफसर डॉ देवन्द्र सोलंकी ने बताया की पहले के मुकाबले अब लोगों में जाकरूकता बढ़ी है अंधविश्वास में कमी आयी है और जिसका सीधा असर टीकाकरण पर पड़ा है। यह पूछने पर की अब लोग टीकाकरण के दौरान किस तरह के सवाल पूछते हैं उसका जवाब देते हुए डॉ सोलंकी ने बताया की अब आशा कार्यकर्ताओं से लोग सकारात्मक रवैया अपनाते हुए नजर आते हैं और सवाल -जवाब नहीं करते बल्कि अगले टीके की तारीख के बारे में जानकारी लेने में ज्यादा उत्सुक रहते हैं। इस कैंप के आयोजन की लाइव तस्वीरें डोनेट एन ऑवर संस्था द्वारा आयोजित वेबिनार में जुड़े मुफ़्ती अथर और अमेरिका में बसे संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ भारतीय मूल के डॉक्टरों -डॉ सुभाष चौधरी (SIU मुख्य प्रभारी संक्रामक बाल रोग विभाग स्कूल ऑफ़ मेडिसिन,अमेरिका ) और डॉक्टर विद्या सुंदरशन तक पहुंची जिन्होंने इस आयोजन के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया। वेबिनार में डॉक्टर सुभाष ने कोरोना वक्सीनशन के बाद होने वाले बुखार के बारे में जानकारी देते हुए बताया की बुखार का आना अच्छी बात है, इसका मतलब है की शरीर में कोरोना से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बन रही है और इसी तरह सर दर्द या अन्य लक्षण भी आ सकते हैं जो ज्यादातर लोगों में आधे दिन में और कुछ लोगों में २ दिन में चले जाते हैं। जिसे भी लक्ष्ण आ रहे हैं इसका मतलब है की उनके शरीर में ज्यादा एंटीबाडीज बन रही हैं और वैक्सीन का असर उन पर ज्यादा हुआ है और उन्हें इसका लाभ भी ज्यादा मिलेगा। वेबिनार में आज टीकारण अधिकारी डॉक्टर बसंत दुबे भी मौजूद रहे और उन्होंने बताया की मेवात में अब टीकाकरण में तेजी आई है पर इसे और भी तेज करने की आवश्यकता है तभी हम कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच पाएंगे। कैंप पर मौजूद लोगों से रूबरू होते हुए मुफ़्ती अथर ने कहा की लोगों को कोरोना से लड़ने या डरने की बजाए उससे बचने की और ध्यान देना चाहिए, उन्होंने कुरआन का हवाला देते हुए समझाया की किस तरह कुरआन में भी इस तरह की महामारी में सोशल डिस्टन्सिंग को बताया गया है और महामारी से बचने की सलाह दी गई है और कहा गया है की ऐसे में जहा हैं वहीँ रहें और यात्रा से बचें। साथ ही उन्होंने डॉक्टरों में अपना विशवास जताते हुए लोगों को डॉक्टरों से सही इलाज करवाने के लिए हॉस्पिटल जाने पर जोर दिया। ज्ञात हो की कोरोना महामारी के दौरान डोनेट एन ऑवर की डॉक्टरों की टीम ने यह पाया की मेवात में जानकारी के अभाव और अज्ञानता और अंधविश्वास के चलते ज्यादातर लोग बीमारी के प्रारंभिक लक्ष्णों को नजरअंदाज करते हुए हॉस्पिटल या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र न जाकर झोलाछाप डॉक्टरों या फिर केमिस्ट से स्टेरॉयड का गलत सेवन करते पाए गए थे। सामजिक कार्यकर्ता रमजान चौधरी ने गांव की मस्जिदों से टीकाकरण के लिए लोगों का आव्हान करवाया और गांव के लोगों को टीकाकरण के फायदे गिनाये। उन्होंने आगे भी इस तरह के और आयोजन करवाने का आश्वासन दिया।

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