मैडरिड । कोरोना महामारी के 18 माह बाद दुनिया के कई अब अपने यहां पर पर्यटन को बढ़ावा देने की कवायद करते दिखाई दे रहे हैं। स्पेन ने भी इसी तरह की कवायद ये कहते हुए शुरू की है कि वो पर्यटकों के लिए प
री तरह से सुरक्षित जगह है। स्पेन की पर्यटन मंत्री रेयेस मोरोटो ने कहा है कि भले ही उनके देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी उनका देश पर्यटन के लिहाज से सुरक्षित है। उन्होंने ये भी कहा है कि देश में वैक्सीनेशन तेजी से किया जा रहा है और अस्पताल आने वाले मरीजों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। कुल मिलाकर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। मोरोटो ने आरएनई रेडियो स्टेशन से हुई बातचीत में कहा कि सरकार की तरफ से इस तरह की कोई चेतावनी जारी नहीं की जा रही है। इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से ये बात महामारी विज्ञान और उसके हालात के आधार पर नहीं बल्कि केवल क्यूमूलेटिड इंसिडेंस पर आधारित है। उनका ये बयान फ्रांस के जूनियर यूरोपीयन अफेयर्स मंत्री के बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने फ्रांस के नागरिकों को पुर्तगाल और स्पेन जाने से मना किया था। उन्होने ऐसा बयान यहां पर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिया था। आपको यहां पर ये भी बता दें कि मोरोटो का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब एक दिन पहले ही दुबई के पर्यटन विभाग ने वहां आने वाले पर्यटकों की संख्या उजागर की थी। दुबई की तरफ से कहा गया था कि जिस वक्त महामारी अपने चरम पर थी उस वक्त से लेकर इस वर्ष के मई तक दुबई पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान दुबई के होटलों में पिछले वर्ष की अपेक्षा 100 फीसद से अधिक लोग ठहरे थे। ये आंकड़ा जून 2020 से मई 2021 तक का था। आपको बता दें कि दुबई को कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए अपने मेहमानों को महामारी के प्रति सुरक्षा प्रदान करने की बदौलत ही उसको दुनिया का सबसे सुरक्षित पर्यटन स्थल का अवार्ड भी मिला है। दुबई के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान 3.70 करोड़ विदेशी सैलानियों वहां पहुंचे थे। 7 जुलाई 2020 को दुबई पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। दुबई के डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म एंड कॉमर्स मार्केटिंग (दुबई टूरिज्म) के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई से दिसंबर 2020 के बीच दुबई में करीब 1.7 करोड़ विदेशी सैलानी पहुंचे थे। इस वर्ष जनवरी-मई के बीच करीब यहां पहुंचने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या 2 करोड़ थी।
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