हथीन/माथुर : भारतीय जनता पार्टी के कुशासन के कारण देश व प्रदेश में बेरोजगारी अपनी चरम सीमा को पार कर चुकी है। कोरोना महामारी के दौरान और उस से पहले भी देश के अंदर बेरोजगारी का आंकड़ा भारत के इत
हास का अभी तक सबसे आंकड़ा है। कोरोना काल में देश के करोडो लोगों ने अपनी नौकरियां खोयी हैं, छोटे छोटे व्यापारियों के व्यापर बंद हो गए हैं। आज बेरोजगारी का आलम यह है की देश का पढ़ा लिखा युवा भी आज रोजगार के आभाव में सडक़ पर घूम रहा है। उक्त शब्द हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव मौहम्मद बिलाल ने उटावड स्थित अपने कार्यालय पर एक विशेष भेंटवार्ता के दौरान कहे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है की देश में हर युवा के हाथ में उसकी काबिलियत के हिसाब से रोजगार होना चाहिए। आज देश का पढ़ा लिखा नौजवान रोजगार के आभाव में गलत कामों के तरफ जा रहा है। बेरोजगारी के कारण एक तरफ जंहा भुखमरी बढ़ रही हैं वंही दूसरी तरफ आपराधिक गतिविधियों में भी युवाओ के लगातार बदोतरती हो रही है अगर युवाओं को उनकी शिक्षा समाप्त होते ही उनकी काबिलियत के अनुसार रोजगार दे दिया जाए तो वो आपराधिक गतिविधियों की तरफ जाने से रुक सकता है। मौहम्मद बिलाल ने कहा कि आज के दौर में जब सरकार की असफलता के कारण शिक्षा इतनी महंगी हो गयी है तब भी माँ बाप अपने बच्चों को अपना पेट काट-काट कर व बैंक व साहूकारों से ब्याज पर कर्ज ले कर पढ़ाते हैँ, लेकिन फिर भी उनके बच्चो को रोजगार नहीं मिल पाता है तो उनके दु:ख की कोई सीमा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि 2014 में अपने चुनाव प्रचार के दौरान नरेंदर मोदी जी ने हर वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था लेकिन वो भी अन्य वादों की तरह ही एक जुमला निकला। हरियाणा की भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी चुनाव से पहले प्रदेश के युवाओं को 75 प्रतिशत रिज़र्वेशन देने का वायदा किया लेकिन उनके इस फैसले का भी बेरोजगारी पर कोई असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है।
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