खोजी/सुभाष कोहली। कालका। भाजपा सरकार ने 1 अप्रैल 2017 को एक अधिसूचना जारी कर राजीव गांधी परिवार बीमा योजना का नाम बदलकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना कर दिया था। इस योजना के तह
18 से 60 वर्ष तक के व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की दुर्घटना में स्थाई विकलांगता या मृत्यु पर परिजनों को एक लाख की आर्थिक सहायता मिलती थी। अब भाजपा सरकार की तरफ से इस दुर्घटना सहायता योजना को 31 मार्च 2020 से बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला गरीब विरोधी है। यह कहना है मिशन एकता समिति की प्रदेश महासचिव कृष्णा राणा का। राणा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने एक अप्रैल 2006 से राजीव गांधी परिवार बीमा योजना की शुरुआत कर योजना के जरिए गरीबों की सहायता करने का निर्णय लिया था, जिसे भाजपा सरकार द्वारा गुपचुप तरीके से बंद कर दी गई। प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, सांसद व विधायक से लेकर कार्यकर्ताओं तक सभी के द्वारा भारतीय जनसंघ के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई व नमन किया गया। लेकिन किसी ने भी सरकार द्वारा बंद की गई डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना को दोबारा से शुरू करवाने की जहमत तक नहीं उठाई। राणा का कहना है कि गरीबों को कितना अच्छा लगता यदि सरकार डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर बंद की गई योजना की दोबारा से शुरुआत कर देती। राणा की प्रदेश सरकार से मांग है कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी दुर्घटना सहायता योजना जोकि बंद कर दी गई है, उसे जनहित में दोबारा से शुरू किया जाए।
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