नूहं, 04 जुलाई जिले के लोगों को मलेरिया एवं डेंगू से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग तत्परता से कार्य करे,ताकि बरसात के मौसम में मलेरिया व डेंगू की बीमारी न फैलने पाये । उपायुक्त शक्ति सि
ह ने कहा कि लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए तथा जहां भी आवश्यकता हो वहां दवा का छिड़काव समय से पूर्व कराएं ताकि मच्छर का लारवा पनपने न पाए। उन्होंने कहा कि जहां भी पानी इकट्ठा होने की संभावना है वहां मच्छर के लार्वे को खत्म करने के लिए समय रहते आवश्यक कदम उठाए। उपायुक्त ने बताया कि जिले को मलेरिया व डेंगू मुक्त रखना तभी संभव हो सकता है जब समाज का हर एक नागरिक इस बारे में जागरूक हो कि मच्छर कहां से पैदा होते है। मच्छर कूलर के पानी, एकत्रित पानी, फ्रीज के पिछले ट्रे, पक्षियों के पानी के बर्तन, पुराने टायरो में पानी इकट्ठा होने से मच्छर पैदा होते है। हम खुद अपने घर व आस-पास नजर रखे व कही पर भी पानी इकट्ठा ना होने दे। रविवार का दिन हम सब ड्राई-डे के तौर पर अपने घर व आस पड़ोस में सारा पानी गिराकर और बर्तनों को सुखा दे, जिससे की मच्छरों को पनपने का मौका ही ना मिले और उन्होंने कहा कि हम सब प्राण ले कि हर रविवार ड्राई-डे मनाए तथा हमेशा पूरी बाजू के कपडे पहने। मॉस्कीटो रिपीलेंट का प्रयोग करे और अगर किसी को भी मलेरिया व डेंगू के लक्षण नजर आते है तो वह तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करे। उन्होंने प्राइवेट डॉक्टर्स से भी अपील की है कि इस प्रकार के केस के लिए स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करें। उन्होंने कहा कि मलेरिया व डेंगू से लडऩे के लिए जागरूकता ही एक हथियार है। उन्होंने कहा कि आइए हम सब खुद भी जागेंगे और औरों को भी जगाएंगे तथा मिलकर हम अपने गांव व शहर को मलेरिया व डेंगू से मुक्त कराएंगे। सिविल सर्जन डा. सुरेन्द्र यादव ने बताया कि जिले में मच्छरों की समस्या प्रति बर्ष रहती है, जिसके कारण मलेरिया एवं डेंगू के केस निकलने कि सम्भावना रहती है, जिसका मुख्य कारण मच्छरों का ज्यादा से ज्यादा पनपना है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया व डेंगू को पूरी तरह से नियंत्रित करने का लक्ष्य रखा है। जिले का स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले मे मलेरिया की जांच का कार्य लगातार जारी है।
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