खोजी /राकेश वर्मा पिनगवां।अरशद हेल्थ केयर के डॉ अरशद ने पत्रकारों से बात चीत के दौरान बताया की कोरोना महामारी के संक्रमण फैलने के बाद जहां एक और देश में लोग कालाबाजारी के साथ साथ दवाइयों ऑक्
सीजन के सिलेंडरों की ब्लैक करने के साथ-साथ मरीजों का उपचार करने के नाम पर भी लाखों रुपए कमा रहे हैं। वहीं दूसरी और प्रदेश के इस पिछड़े क्षेत्र मेवात के गांव शिकरावा में डॉ अरशद खान ने अपने क्लीनिक पर उपचार करवाने के लिए आने वाले मरीजों को अपनी मर्जी से दवाइयों के पैसे देने के लिए कहा है। उन्होंने इसके लिए बोर्ड भी लगाया हुआ है इतना ही नहीं बल्कि यदि कोई मरीज गरीब है और उसके पास पैसे नहीं है तो उसका भी बहतर उपचार करने के साथ-साथ दवाइयां बिलकुल फ्री दे रहे हैं।झाडपुरी गांव के रहने वाले डॉ अरशद खान ने पिछले 15 वर्षों से शिकरावा गांव में अपना क्लीनिक अरशद हेल्थ केयर के नाम से खोला हुआ है। उन्होंने एमपीएचडब्ल्यू का कोर्स करने के बाद बीएससी नर्सिंग का कोर्स करने के बाद अपना क्लिनिक शिकरावा गांव में शुरू कर दिया। पिछले वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के संक्रमण के फैलने के बाद देश में लगे लोक उड़ान के दौरान भी उन्होंने मरीजों की काफी सेवा की है। इनके पास ब्लड टेस्ट करने के लिए साथ-साथ अन्य सुविधा भी है मरीजों को देखने दवाइयां देने के बाद मरीजों को अपनी मर्जी से पैसे देकर जाते हैं। डॉक्टर अरशद ने किसी भी मरीज को यह नहीं कहा है कि पूरे पैसे दो इनकी सेवा से क्षेत्र में काफी मरीज ठीक होने के साथ-साथ खुश भी है। डॉ अरशद ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते ऊपर वाले ने इंसान को उसकी औकात बता दी है। इसलिए उन्होंने सोचा कि जितनी सेवा लोगों की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि देश सेवा को सर्वोपरि मानते हुए और डॉक्टरों को भी आगे आकर लोगों की सेवा करनी चाहिए ताकि इस देश के प्रत्येक गरीब वियक्ति तक सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुचा सके। साथ उन्होंने जिले के लोगो से अपील की है कि वो ज्यादा से ज्यादा वेक्सिनेशन करवाएं । कोरोना से बचनेका एकमात्र उपाय वेक्सिनेशन है। वही ग्रामवासियों का कहना है कि अगर जिले का प्रसासन समय समय पर ऐसे लोगो को सम्मानित करता रहे तो ऐसे समाजसेवियों का हौशला बढ़ेगा।
Comments