रामगढ़ अलवर रामगढ़ थाना क्षेत्र के ललावंडी गांव के जंगल में 18 जुलाई की रात को जाति विशेष के दो युवक गायों को लेकर जा रहे थे। उन्हें कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की। मारपीट के बीच एक युवक अंधेरे
का लाभ उठाते हुए भाग गया और दूसरे युवक को ग्रामीणों ने बुरी तरह पीटा और उसके बाद पुलिस को सूचना दी। रामगढ़ थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कुछ लोग पुलिस को देख कर भाग गए और मौके पर धर्मेंद्र शर्मा और परमजीत सिंह गाय को पकड़े हुए मिले और युवक घायल अवस्था में रस्सी से बंधा हुआ पड़ा हुआ था। घायल युवक से पुलिस पुलिस ने नाम पता और गाय लाने के बारे में पूछा तो युवक ने अपना नाम अकबर उर्फ रकबर बताया और जो दूसरा साथी था उसका नाम असलम बताया जो कि मारपीट के डर से भाग गया । अकबर ने गायों को लाडपुर गांव से खरीद कर हरियाणा अपने गांव ले जाना बताया। इसके बाद घायल युवक को पुलिस रामगढ़ सीएससी पर उपचार के लिए लाई। जहां डॉक्टरों ने रकबर को मृत घोषित कर दिया। तीसरे दिन तत्कालीन गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और पुलिस के विशिष्ट महानिदेशक आरके रेड्डी ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और महानिदेशक रेड्डी द्वारा ड्यूटी इंचार्ज एएसआई मोहन सिंह को निलंबित करते हुए कुछ कांस्टेबलों की लापरवाही मानते हुए लाइन हाजिर किया था। और कटारिया द्वारा रकबर की मौत पुलिस कस्टडी में होना बताया था। इस मामले में काफी राजनीति हुई और जांच बदली गई उसके बाद अन्य आरोपी विजय कुमार और नवल शर्मा को शामिल मानते हुए तीसरे आरोपी विजय को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है । चौथा आरोपी नवल शर्मा जोकि 3 साल से फरार चल रहा था। जिसे आज रात रामगढ़ थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
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