नारनौल एनसीआर हरियाणा अमित यादव नारनौल, 15 जून। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में बनी सभी सरकारी ईमारतों में पेयजल
ी उपलब्धता संबंधित सर्वे किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिला सलाहकार मंगतुराम सरसवा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह आदेश दिए गए थे कि ग्राम पंचायतों की सभी सरकारी ईमारतों जैसे सरकारी विद्यालय, आंगनबाड़ी, पंचायत घर, आश्रमशाला, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व चौपाल आदि सरकारी ईमारतों में पीने के पानी की उपलब्धता संबंधित सर्वे करवाया जाए। इसी संदर्भ में जिला के सभी 8 ब्लॉक में सर्वे करवाने के लिए खंड संसाधन संयोजकों द्वारा टीमें गठित कर सर्वे शुरू किया जा चुका है। सर्वे के दौरान सक्षम युवाओं का सहयोग लिया जा रहा है। जो गांव-गांव जाकर संबंधित सरकारी ईमारत के संबंधित कर्मचारी से फार्म में दिए गए 10 सवालों के जवाब भरें जाएंगे ताकि ईमारत में पेयजल की क्या स्थिति है इसकी जानकारी प्राप्त हो सके। इन सवालों में पेयजल कनैक्शन की वैधता, पानी का टैंक, भंडारण क्षमता, पानीं की शुद्धता की जांच, शौचालय के लिए पानी की उपलब्धता, सोख्ता गड्डा, रैन वाटर हार्वेस्टिंग टैंक आदि विषयों की जानकारी जुटाई जा रही है ताकि सभी ग्राम पंचायतों की ईमारतों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इस बारे में सभी डिविजनों के उपमंडल अभियंताओं को सर्वे टीम को आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। इस मौके पर बीआरसी इंद्रजीत, विक्रम सिंह, अनिता, अंकुर, अजीत आदि उपस्थित रहे। फोटो:- बीआरसी को आईईसी रजिस्टर प्रदान करते जिला सलाहकार। सिरोही बहाली में जनजागृति अभियान का आयोजनशिक्षा विभाग की ओर से चलाए जा रहे चलो गांव की ओर जनजागृति अभियान के तहत आज जेआरसी काउंसलर अजय यादव व संजय योगी ने राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय सिरोही बहाली के स्टाफ के साथ मिलकर में लोगों को कोराना महामारी के बारे में जागरूक किया । इस दौरान जेआरसी काउंसलर ने बच्चों एवं उनके अभिभावकों को मास्क वितरित किए एवं उन्हें पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूक किया । इस मौके पर विद्यालय प्राचार्य विक्रम सिंह ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उन्हें इस महामारी के प्रति जागरूक करना एवं ऑनलाइन शिक्षा का महत्व समझाना है। उन्होंने लोगों को कोरोना महामारी से सचेत करते हुए बताया कि कोविड-19 एक वैश्विक महामारी है जो पूरे विश्व में फैली हुई है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले तक हम मान चुके थे कि कोराना खत्म हो गया है लेकिन आमजन की लापरवाही और लॉकडाउन का उल्लंघन हम सब पर भारी पड़ा। स्वयं का बचाव ही इसका उपाय है। उन्होंने सभी अभिभावकों से कहा कि वे अपने अपने वॉट्सएप नंबर कक्षा प्रभारी को दें ताकि बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा मुहैया करवाई जा सकी ताकि इस महामारी में बच्चो की पढ़ाई प्रभावित न हो। अभिभावकों का कक्षा प्रभारी के संपर्क में रहना अति आवश्यक है शिक्षण संबंधी समस्या के लिए अभिभावक दूरभाष के माध्यम से विद्यालय से जुड़े रहें। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी लोग वचन लें की इस बरसात के मौसम में एक पेड़ जरूर लगाएं । इस अवसर पर जेआरसी काउंसलर अजय यादव ने अभिभावकों एवं बच्चों को जागरूक करते हुए कहा कि हमें इस महामारी से लडऩे की शुरुआत स्वयं से करनी है। एक-दूसरे पर दोषारोपण करना इस महामारी का हल नहीं है बल्कि इस महामारी से बचाव के लिए हमें नियमों का पालन करना है ओर घर पर ही रहना है। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर जाएं। घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क या कोई साफ कपड़ा जरूर रखें। अपने हाथों को बार-बार साबुन से अवश्य धोएं । बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन शुरू हो जाएगी जिससे उन्हें बाहर जाने की जरूरत नहीं है बल्कि घर पर रहकर ही शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। विद्यालय वॉट्सएप ग्रुप में बच्चों को प्रतिदिन का गृहकार्य भेज दिया जाएगा फिर भी कोई समस्या हो तो आप दूरभाष से संपर्क करें। उन्होंने सभी को पेड़ लगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया ताकि ये धरा हरी भरी रहे ओर ऑक्सीजन की कमी न हो । जेआरसी काउंसलर संजय योगी ने बताया कि हमें सकारात्मक सोच रखनी है बीमारी से डरना नहीं है बल्कि स्वयं को सुरक्षित रखना है। दो गज की दूरी रखें, डबल मास्क पहने, बार-बार हाथों को साबुन से धोएं। ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगहों पर न जाए। स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए । इसके साथ-साथ अपने परिवार के लोगों को भी जागरूक करते रहें। जब घर में बाहर से कोई भी सदस्य आए तो सभी लोगों के हाथ साबुन या सैनिटाइजर से धुलवाने के बाद ही घर के अंदर आने दें ताकि हम सुरक्षित रह सकें और हमारा क्षेत्र कोरोना से मुक्त हो सके। उन्होंने बताया कि महामारी को देखते हुए बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा शुरू की गई जिससे वॉट्सएप के माध्यम से जुड़ा जा सकता है। यदि किसी अभिभावक के पास वॉट्सएप सुविधा नहीं है तो दूरभाष से संपर्क कर सकते हैं ओर यदि कोई भी सुविधा नहीं है तो अध्यापक सप्ताह में एक या दो बार बच्चों से घर पर संपर्क करेंगे लेकिन पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। इस महामारी से अपना व अपने बच्चो का बचाव करना है। उन्होंने बताया कि आने वाले बरसात के मौसम में सभी एक पेड़ जरूर लगाएं। इस मौके पर प्रवक्ता सुनील कुमार, प्रवक्ता सुरेन्द्र यादव एवं एलए नरेंद्र सिंह ने भी जनजागृति अभियान में भरपूर सहयोग किया।
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