नारनौल 15 जून। सभी तहसीलों में तत्काल संपत्ति की रजिस्ट्री की सुविधा मौजूद है। सरकार के निर्देशानुसार डीड पंजीकरण के लिए ‘तत्काल डीड अपॉइंटमेंट सेवा’ की विशेष सुविधा दी गई है। तहसील कार्याल
के कर्मचारी यह सुनिश्चित करें की इस सुविधा में दी गई समय सीमा के अंदर ही सेल डीड को स्वीकृति और स्वीकृत किया जाए। यह निर्देश नगराधीश अमित कुमार ने आज अतिरिक्त मुख्य सचिव के निर्देश अनुसार तहसील कार्यालय नारनौल के औचक निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों को दिए। उन्होंने बताया कि इस सेवा के तहत डीड पंजीकरण के लिए तत्काल अपॉइंटमेंट लेने का प्रावधान किया गया है। इसका उपयोग कर आवेदक ई-चालान के रूप में 25 हजार रुपये का शुल्क भरकर डीड पंजीकरण के लिए तत्काल ऑनलाइन अपॉइंटमेंट ले सकते हैं। तत्काल अपॉइंटमेंट केवल पंजीकरण के दिन सुबह 8 बजे से बुक की जा सकेगी। प्रत्येक तहसील में 100 सामान्य अपॉइंटमेंट स्लॉट के अलावा 10 अपॉइंटमेंट स्लॉट तत्काल सेवा के लिए आरक्षित किए गए हैं! तत्काल सेवा के लिए आवेदक को egrashry.nic.in पोर्टल पर जाना होगा और तत्काल अपॉइंटमेंट सर्विस चार्ज के लिंक पर क्लिक करना होगा। उसके बाद सिस्टम द्वारा पूछे गए विवरण दर्ज करने होंगे। ऑनलाइन नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड आदि का उपयोग कर 25 हजार रुपये की राशि का भुगतान करने के बाद ई-चालान बनेगा। इसके बाद jamabandi.nic.in पोर्टल पर जाकर डीड अपॉइंटमेंट बुक करनी होगी। पोर्टल अपॉइंटमेंट का प्रकार पूछेगा, सामान्य या तत्काल। आवेदक को तत्काल का चयन कर ई-चालान का विवरण दर्ज करना होगा। इसके बाद आवेदक अपॉइंटमेंट बुकिंग को पूरा करने के लिए संपत्ति और पार्टियों का विवरण दर्ज करेगा। अपॉइंटमेंट की सफल बुकिंग पर आवेदक को मोबाइल पर एसएमएस आएगा। तहसील कार्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्री खिड़की पर मौजूद कर्मचारी के पास रखा गया डीड डिलीवरी का रजिस्टर चेक किया। उसमें उम्मीदवारों के हस्ताक्षर से संबंधित कुछ त्रुटियां थी। इस पर सीटीएम ने कहा कि इस तरह की त्रुटियां भविष्य में नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि डीड की सुपुर्दगी की ऑनलाइन स्थिति और भौतिक सुपुर्दगी की स्थिति मिसमैच नहीं होनी चाहिए। डीड की भौतिक सुपुर्दगी और पोर्टल पर प्रविष्टि एक साथ की जानी चाहिए। साथ ही कार्यों के वितरण के लिए रजिस्टर ठीक से रखा जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि रजिस्ट्री साइन होने के बाद उसी दिन दी जानी चाहिए या उससे अगले दिन डिलीवर हो जाए। कोई भी रजिस्ट्री कार्यालय में नहीं पड़ी रहनी चाहिए। इस मौके पर उनके साथ मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी कौस्तुभ विराट भी मौजूद थे।
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