पलवल (मुकेश कुमार हसनपुर) :- एमवीएन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर एक आभासी सत्र का आयोजन किया गया जिस के मुख्य प्रवक्ता व्हील च
यर कलाकार गुलफाम अहमद एवं मेडिसन बाबा ट्रस्ट के सह संस्थापक सचिन गांधी रहे। इस अवसर पर गुलफाम अहमद ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए अपनी पूरी जीवनी बताई कि किस प्रकार पोलियो से पीड़ित होने के बावजूद भी उन्होंने पूरे विश्व में अपना लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि मनुष्य गिरता अपनी कमजोरियों की वजह से है लेकिन उठता सिर्फ अपनी योग्यता के कारण ही है। मेडिसिन बाबा ट्रस्ट के सह संस्थापक सचिन गांधी ने भी प्रेरणादायक सत्य आधारित किस्से को सांझा किया एवं कहा कि विकलांग शब्द गलत है क्योंकि मनुष्य शरीर के किसी अंग के न होने की वजह से विकलांग नहीं होता बल्कि वह अपनी नकारात्मक सोच के कारण विकलांग होता है। उन्होंने कहा कि कोई भी हष्ट पुष्ट शरीर वाला व्यक्ति विकलांग हो सकता है अगर उसकी सोच नकारात्मक है और कोई भी व्यक्ति जिसके शरीर के किसी अंग में कमी है वह भी अपनी ख्याति विश्व में फैला सकता है अगर उसकी सोच सकारात्मक है। विश्वविद्यालय के प्रबंधक संचालक कांता शर्मा, अध्यक्ष वरुण शर्मा, कुलाधिपति संतोष शर्मा, कुलपति डॉ जेवी देसाई एवं कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने इस सत्र की सराहना करते हुए कहा कि फार्मेसी विभाग इस प्रकार के सभी दिवसों को लेकर सक्रिय रहता है और समाज में जागरूकता भी प्रदान करता है। फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तरुण विरमानी ने बताया कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने विकलांग शब्द को दिव्यांग शब्द में तब्दील कर दिया है ताकि उनके आत्मसम्मान को और अधिक बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य लक्ष्य दिव्यांग जनों के अक्षमता के मुद्दे की ओर लोगों की जागरूकता और समझ को बढ़ाना है। इस सत्र के दौरान सभी अध्यापक गण गैर अध्यापक गण और विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।
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