शंख बजाने से शरीर को मिलती है ऑक्सीजन। खोजी/सुभाष कोहली। कालका। देश में चल रही कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा प्रतिदिन चार लाख पार पहुंच गया था। कोरोना संक्रमि
मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ हीं देश में ऑक्सीजन की भयंकर कमी देखी गई, जिसके चलते कई स्थानों पर बड़ी संख्या में मरीजों की मौतें भी देखने को मिली। कोरोना संक्रमण मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन की कमी के चलते उनके फेफड़ों में संक्रमण फैला, जिससे मरीजों की मौतें हुई। बसंत विहार कालका स्थित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी प० राकेश चंद्र भट्ट शास्त्री का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी को दूर करने का एक उपाय शंख भी है। शंख बजाने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बेहतर होती है। शंख बजाने से चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ मिलता है। शास्त्री का कहना है कि सनातन धर्म में शंख बजाने का विशेष महत्व है। शंख बजाने पर वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। शंख बजाने से हमारे फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और फेफड़े मजबूत होते हैं। शंख बजाने से सांस सम्बंधित रोगों में भी लाभ मिलता है। शास्त्री का कहना है कि आजकल कोरोना काल में शंख बजाना बेहद लाभकारी है, इसी को देखते हुए मार्केट में शंख की मांग भी बढ़ गई है।
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