बच्चों के परिजनों को प्राथमिकता पर लगाई जाएगी वैक्सीन आज से ही शुरू किया जाएगा वैक्सीनेशन चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 02 जून, जिला प्रशासन ने बच्चों के परिजनों को कल से ही प्राथमिकता क
आधार पर वैक्सीन लगवाने का निर्णय लिया है ताकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर में परिजनों के कारण कोई बच्चा संक्रमित ना हो और बच्चों सहित अन्य लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके। उपायुक्त राजेश जोगपाल ने पीडब्लयू रेस्ट हाऊस में अधिकारियों की बैठक लेकर कोरोना की संभावित तीसरी लहर पर मंथन किया और कहा कि विभिन्न माध्यमों से सामने आ रही शौध के नतीजों के आधार पर कोरोना की तीसरी लहर को नकारा नहीं जा सकता है। ऐसे में बच्चों सहित सभी लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना जरूरी है। सामने आ रही शौध के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है। पहली व दूसरी लहर में भी बच्चे संक्रमित हुए हैं। लेकिन तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण का अधिक खतरा बताया गया है। जिला में पहली लहर के दौरान 92 और दूसरी लहर के दौरान 168 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके परिजनों को तुरंत वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय सलाह के बाद गर्भवति और बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं का भी टीकाकरण करने की योजना है। सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को इस मामले में धरातल पर सक्रिय होने की जरूरत है। सर्वे में हाई रिस्क में मिले 690 बच्चे उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर वैज्ञानिकों द्वारा जताई गई आशंका पर अगर विचार किया जाए तो बच्चों के संक्रमित होने पर उन्हें संभालने के लिए परिजन पर इलाज के दौरान उनके साथ होंगे। ऐसे में अगर परिजन भी संक्रमित हो जाते हैं तो इलाज में बहुत अधिक परेशानी आ सकती है। इसलिए बच्चों के परिजनों का टीकाकरण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी तक प्राप्त हुए डाटा के अनुसार जिला के 690 बच्चों को संक्रमण होने का ज्यादा खतरा हो सकता है और 58 बच्चे ऐसे हैं जो अंडर वेट हैं। प्रशासन द्वारा करवाए गए सर्वें में 1300 बच्चे अंछर वेट मिले थे, जिन्हें प्रोटिन डाईट देकर लगातार नजर रखते हुए स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाया गया है। उपायुक्त ने कहा कि साथ ही प्राप्त हुए डेटा के अनुसार बच्चों की स्वास्थ्य स्वास्थ्य जांच भी की जाए। तीसरी लहर के लिए तेजी से तैयारी करने की जरूरत जोगपाल ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर जारी शौध से जो रिपोर्ट सामने आ रही हैं उनके आधार पर कहा जा रहा है कि जो बच्चे किसी बीमारी से ग्रसित हैं या जिनका इलाज चल रहा है, उनको कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। इसलिए अभी से तेजी के साथ तैयारियों की जरूरत है। एतिहात के तौर पर जिला में पर्याप्त मात्रा में दवाईयों का स्टॉक होना जरूरी है। हाई रिस्क वाले बच्चों को तुरंत चिंहित करना होगा। संक्रमित बच्चों के इलाज और सुरक्षा के लिए आईसोलेशन ब्बल्ल भी बनाना जरूरी है। अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष वार्ड की भी आवश्यकता है। विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए भी अलग वार्ड की जरूरत हो सकती है।
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