नूंह : उपायुक्त धीरेन्द्र खडग़टा ने कहा कि युवाओं से लगातार संवाद नशे से दूर रखने का बेहतरीन उपाय है। इसलिए अभिभावक अपने बच्चों को नशे की बुराईयों से अवगत कवरा कर उन्हें इससे दूर रहने के लिए प्
ेरित करें। इसके अलावा युवाओं का खेलों में रुझान बढ़ाएं ताकि उन्हें एक दिशा मिले और वे नशे रुपी दलदल से दूर रह कर अपना उज्जवल भविष्य बना सके। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे इस अभियान में अपना हर संभव योगदान दें ताकि जिला नशा मुक्त हो और जिला का युवा आगे बढ़ कर देश व समाज के उत्थान में अपना योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि नशे को खत्म करने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए। नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे समुल जीवन को नष्ट कर देती है। नशे की लत से पीडि़त व्यक्ति परिवार से साथ-साथ समाज पर बोझ बन जाता है। उपायुक्त ने कहा कि आज के समय में नशा सबसे बड़ी चुनौती है, नशा न केवल शरीर का नाश करता है बल्कि यह सामाजिक बुराई व अपराध की जननी भी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नशा रुपी बीमारी को जड़मूल से खत्म करने के लिए नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभागीय स्तर पर तो प्रयास किए जा ही रहे हैं साथ ही सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं तथा युवा क्लबों को भी इससे जोड़ा जा रहा है। लेकिन जबतक जन-जन की भागीदारी नहीं होगी तबतक अभियान की शतप्रतिशत सफलता संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इस समस्या को जड़मूल से खत्म करने के लिए सभी को प्रशासन का सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि नशा बिक्री को रोकने के लिए आमजन को सहयोग भी जरुरी है। किसी भी व्यक्ति के आसपास नशा से जुड़े लोगों की जानकारी मिलती है, उसकी सूचना तुरंत पुलिस या प्रशासन को दें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की सूचना आमजन बेझिझक होकर दें। सूचना देने वालों के नाम उजागर नहीं किया जाएगा।
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