नई दिल्ली, । Chandra Grahan 2021: सुपरमून और ब्लडमून के एक साथ दिखने वाला आज का चंद्रग्रहण खास है। आज चांद पृथ्वी को काफी करीब होगा और इसलिए सबसे बड़े आकार में दिखेगा और काफी चमकीला होगा। इसके पहले ऐसा चंद
रग्रहण 21 जनवरी 2019 को लगा था। दुनिया भर के अनेकों देशों में दिखने वाले इस चंद्र ग्रहण के साथ सुपरमून और ब्लड मून भी होगा। बुधवार को लगने वाला इस साल का पहला चंद्रग्रहण सुपर ब्लड मून है और यह लाल-नारंगी रंग का दिखेगा। आज लगने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण दो साल से भी अधिक समय बाद लग रहा है। साल में तीन-चार बार होने वाले 'सुपरमून (supermoon)' नाम का इस्तेमाल पहली बार अमेरिकी एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोल्ले (American astrologer Richard Nolle) ने 1979 में किया था। यह जानकारी NASA ने दी है। ऐसे लगता है चंद्रमा को ग्रहण जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर आने लगती है और यह पूरी तरह या आंशिक रूप से छिप जाता है तब चंद्रग्रहण होता है। यह खगोलीय स्थिति पूर्णिमा के दिन बनती है। आज यह ग्रहण प्रशांत महासागर के मध्य, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के पूर्वी तट और अमेरिका के पश्चिमी तट में से सबसे अच्छे तरीके से दिखेगा। इसके अलावा अमेरिका के पूर्वी हिस्से से भी यह दिखेगा। उल्लेखनीय है कि अन्य दिनों की तुलना में पूर्णिमा के दिन आसमान में दिखने वाला चांद में लगभग 7 फीसद बड़ा होता है। आज यह बड़ा और 16 फीसद अधिक चमकीला दिखेगा क्योंकि पृथ्वी के काफी करीब होगा। आज दोपहर 01.53 बजे पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होगा। इस समय चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी मात्र 357309 किलोमीटर रह जाएगी। इस स्थिति को 'पेरिगी'कहते हैं।
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