संकट के सिपाही* : *नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी करोना मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं फर्ज निभाने के लिए घर परिवार से दूर** 20 मई कुरुक्षेत्र:(सुदेश गोयल ) डेढ़ साल के बेटे से ना मिलने का दर्द है प
करोना कॉल में मरीजों की देखरेख करना पहली प्राथमिकता और सबसे बड़ा फ्रिज हैं सरकारी हॉस्पिटल नीलोखेड़ी में कार्यरत स्टाफ नर्स डिंपल सैनी ने बताया कि उनके लिए वह क्षण बहुत खुशी वाला होता है जब कोई मरीज ठीक होकर अपने घर जाता है हमें अपना और अपने परिवार और बच्चों का ध्यान रखना होता है कभी हमारी वजह से वह क्रोना पॉजिटिव ना हो जाए इस दुखी की घड़ी में परिवार और बच्चों से दूर रहने का दुख होता है पर उन सब से हमें मरीजों को ठीक करने में ज्यादा खुशी मिलती है नर्स डिंपल सैनी ने बताया कि मुश्किल समय में लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना मेरे लिए प्रेरणा है क्रोना योद्धाओं के लिए वह क्षण बहुत ही महत्वपूर्ण होता है जब कोई मरीज उनकी देखरेख में ठीक होकर घर वापस जाता है जिससे उनको बहुत खुशी मिलती है!
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