नारनौल। विश्व एड्स दिवस पर आज जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विधिक सेवा प्राधिकरण स्काउट एंड गाइड कब बुलबुल रोवर रेंजर जूनियर रेड क्रॉस एंटी करप्शन
ाउंडेशन और जिला शिक्षा तथा मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के स्टाफ मौजूद थे। समारोह की अध्यक्षता उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी राजबाला यादव ने की। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विजेंद्र सिंह श्योराण मौजूद थे। इसमें मुख्य वक्ता टेक चंद यादव और कानूनी सहायता सलाहकार व अधिवक्ता गिरिबाला रमेश सोनी व आनंद जोशी थे। टेक चंद यादव ने एड्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एचआईवी वायरस संक्रमण के कारण होने वाला रोग है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसे इंसान की संक्रमण से लड़ने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इतने साल बाद भी यह बीमारी लाइलाज है। अधिवक्ता गिरिबाला ने विस्तार से बताते हुए कहा कि वर्ष 1988 में 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाना शुरू किया गया और 1959 में एड्स का पहला मामला अफ्रीका देश में सामने आया जिसमें एक व्यक्ति की ऐड से मौत की पुष्टि हुई।1980 में यह बीमारी सामने आई और जिसके बाद लाखों लोग इस बीमारी से अपनी जान गवा चुके हैं। मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी विजेंद्र सिंह श्योराण ने संबोधित करते हुए एड्स के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित किया और इस बीमारी की थीम एचआईवी महामारी समाप्त करना रखा गया। रमेश सोनी व आनंद जोशी मुख्याध्यापक द्वारा एचआईवी एड्स के कारण इसके लक्षण व उपाय के बारे में जानकारी दी। इस समारोह का संचालन संदीप यादव जी द्वारा किया गया। इस मौके पर उप जिला शिक्षा अधिकारी शक्ति पाल रमेश कुमार प्रदीप कुमार रविंद्र कुमार रमेश चंद्र जगदीश सरलादेवी विनय कुमार तथा अन्य स्टाफ के सदस्य मौजूद थे।
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