होडल, 17 मई, डोरीलाल गोला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा ग्रामीण सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण योजना के अंतर्गत हरियाणा के प्रत्येक गांव में डोर टू डोर सर्वे
किया जाएगा। सर्वे में प्रत्येक परिवार में खांसी, जुकाम, बुखार अथवा अन्य लक्षण दिखने वाले व्यक्तियों का स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा उनका ब्लड प्रेशर तथा ऑक्सीजन लेवल की जांच करने के बाद रैपिड टेस्ट करके कोरोना संक्रमण का पता लगाया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति रैपिड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आर.टी. पी.सी.आर. के लिए भेजा जाएगा तथा वहां भी पॉजिटिव पाए जाने पर उसे किट एवं अन्य आवश्यक दवाई देकर होम आइसोलेट किया जाएगा। यदि व्यक्ति सरकार द्वारा बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रहना चाहता है, तो उसे वहां रहने की सुविधा दी जाएगी। गंभीर स्थिति होने पर उसे उच्च स्वास्थ्य केंद्र में भेजा जाएगा। इसके लिए सरकार ने तीन टीमें बनाई हैं। आज करमन मुख्यालय टीम के सदस्य हिंदी प्रवक्ता विष्णु गौड़ ने बताया कि इस स्वास्थ्य परीक्षण के लिए तीन स्तरीय टीम बनाई गई हैं। प्रथम चरण में आशा वर्करों के द्वारा डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा तथा द्वितीय चरण में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा कोरोना टेस्ट किया जाएगा तथा मुख्यालय टीम द्वारा संपूर्ण जानकारी उच्च स्वास्थ्य केंद्र और उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार के संक्रमण को नहीं छुपाएं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएं ताकि समय से संक्रमण पर काबू पाया जा सके। गांव करमन की टीम में शिक्षा विभाग से विष्णु गौड़ हिंदी प्रवक्ता, यशपाल कंप्यूटर ऑपरेटर, नीलम बघेल ए.एन.एम. तथा मीनाक्षी, नीलम एवं संध्या आशा वर्कर शामिल हैं। इन टीमों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण करने के लिए उप मंडल तथा जिला स्तर पर अधिकारियों की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।
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