महामारी से जीवन बचाने के लिए मुस्तैद हैं पुलिस टीमें चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 17 मई, चाहे दिन हो या रात...हर समय चौबीसो घंटे शहर और जिला की मुख्य सडक़ों पर लॉकडाऊन के दौरान और कोई मिले ना मिले, पुलि
कर्मचारी अवश्य ड्यूटी पर तैनात दिखाई देंगे। जैसे ही कोई व्यक्ति बगैर मास्क लगाए घूमता हुआ दिखाई दे तो ये तत्काल उसे मास्क लगाने की चेतावनी देते हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने में हमारी खाकी वर्दी बहादुरी से अपने कत्र्तव्य का निर्वाह करने में जुटी हुई है। करीब दो महीने पहले जिला प्रशासन ने विभागीय अधिकारियों को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगाकर मास्क लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना व चालान काटना आरंभ कर दिया था। इस कार्य में पुलिस विभाग प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोविड महामारी की रोकथाम में महत्वपूर्ण सहयोग कर रहा है। अपनी सेहत की परवाह ना करते हुए सुरक्षाकर्मी आमजन के स्वास्थ्य के लिए रक्षा कवच बनकर खड़े हुए हैं। दादरी शहर और जिला के मुख्य मार्गों पर तैनात पुलिस कर्मचारी मुस्तैदी से कोविड महामारी की रोकथाम के लिए कत्र्तव्य का निर्वाह कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार की अगुवाई में दादरी डीएसपी रामसिंह बिश्नोई, बलीसिंह, अनिल कुमार व जोगेेंद्र सिंह सहित छ: सौ पचास से अधिक पुलिस कर्मचारी और अधिकारी लॉकडाऊन को कामयाब बनाने में लगे हुए हैं। जिससे कि आम नागरिक इस महामारी की चपेट में ना आएं और वे अपने घरों में सुरक्षित रह सकें। लॉकडाऊन की पालना के लिए सिटी दादरी थाना के चार, दादरी सदर थाना ने तीन, झोझू थाना ने दो, बौंद थाना ने तीन व बाढड़ा थाने ने पांच स्थाई रूप से नाके लगाए हुए हैं। कंटोनमेंट जोन में आवाजाही को रोकने के लिए पुलिस विभाग ने गांव ढाणी फौगाट, टिकान, पातुवास, सांवड़ से हिंडोल, रानीला, झिंझर, धारेडू, घसोला से चरखी, बलकरा, बौंद से ऊण, कलानौर, नीमड़ी, मालकोस आदि सडक़ों पर नाके लगा रखे हैं। मास्क ना लगाने वालों के चालान काटने के लिए दादरी शहर के प्रमुख चौराहों पर 11 नाके लगाए गए हैं। इसके अलावा चारों डीएसपी, थाना प्रभारियों व चौकी इंचार्ज के नेतृत्व में पुलिस की 49 पैट्रोलिंग पार्टियां दिन-रात गश्त पर रहती हैं। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार स्वयं इन नाकों और कंटोनमेंट जोन का समय-समय पर औचक निरीक्षण करते रहते हैं। पुलिस अब तक मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्तियों के 17 हजार 138 चालान कर चुकी है। लॉकडाऊन की अवहेलना करने पर अन्य जिलों के मुकाबले दादरी में सबसे अधिक 52 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस फं्रटलाईन वॉरियर बनकर अपनी सक्रियता को जारी रखे हुए है। राऊंड द सर्कल ड्यूटी का निर्वाह करना कितना मुश्किल है, इसका अंदाजा चौराहे या किसी नाके पर आठ घंटे खड़े होकर आसानी से लगाया जा सकता है। जिला में कोई बाहरी व्यक्ति संक्रमण लेकर ना आए, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है तथा लोगों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट चेक करने के बाद ही उन्हें जिला में प्रवेश करने दिया जाता है। शहर के सब्जीमंडी जैसे व्यस्त बाजार में पुलिसकर्मी तडक़े ही तैनात हो जाते हैं और जो लोग मास्क नहीं लगाते, उनको मंडी से बाहर का रास्ता दिखाया जाता है। दादरी पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने कहा कि चाहे अस्पताल की ओपीडी हो या वैक्सीनेशन सैंटर, हर जगह आपको पुलिस कर्मचारी अलर्ट तैनात दिखाई देंगे। जिला के पुलिस कर्मचारी एक टीम के रूप में कार्य कर रहे हैं और कोविड महामारी से जनरक्षा करने के लिए अपना जी-जान एक किए हुए हैं।
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