अधिक्षक हथीन/माथुर : पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने कोरोना महामारी के दौरान हसनपुर सहित समस्त जिलावासियों को नकली ऑक्सीमीटर एप्स के द्वारा होने वाली साइबर ठगी यानि की धोखाधडी से सावधान रहने
ी अपील की है। जिला पुलिस प्रवक्ता द्वारा जारी पै्रस नोट के माध्यम से पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने बताया कि इंटरनेट पर कुछ यूआरएल/लिंक आपके ऑक्सीजन स्तर की जांच करने के लिए नकली मोबाइल ऑक्सीमीटर एप प्रदान करने के लिए विज्ञापन कर रहे हैं। साइबर अपराधियों ने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर का पता लगाने वाले लिंक से संबंधित एप बनाना शुरू कर दिया है। इस तरह के एपस बनाने वाले एपस डाउनलोड करने के बाद उपयोगकर्ताओं को बेवकूफ बनाते हैं। जनसाधारण सोचते है कि इन एप्स से ऑक्सीजन का स्तर जांचना आसान है, लेकिन यह बहुत खतरनाक है। क्योंकि एप्लिकेशन, व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंचने के लिए गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि के उपयोग किए गए फिंगर प्रिंट डेटा का उपयोग करते हैं। नकली ऑक्सीमीटर एप डेटा तक पहुंचने और धोखाधड़ी गतिविधियों का संचालन करने में सक्षम है। लोग इन ऐप को मुफ्त में डाउनलोड करते हैं और सोचते हैं कि यह त्वरित और सस्ता है। लोगों को ऐसे ऐप्स से सावधान रहना चाहिए क्योंकि वे आसानी से आपका डेटा हैक कर सकते हैंं। ये एप्स मोबाइल फोटो गैलरी में भी एक्सेस करने की अनुमति मांगता है, जब आप अनुमति देते हैं कि एप सभी फोटो गैलरी के माध्यम से जाकर आपके खातों को हैक कर सकते है। ऐसे एप इनबॉक्स में आए उन एसएमएस को भी पढ़ सकते हैं, जिनमें बैंक खाता लेनदेन अलर्ट और ओटीपी आता है। कुछ भेजे गए रोमांचक लिंक और पीडीएफ भी लोगों को आकर्षित करते हैं। जब वे उस पर क्लिक करते हैं तो उनका डेटा साइबर धोखेबाज द्वारा आसानी से एक्सेस किया जाता है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कभी भी ऐसा कोई एप डाउनलोड न करें, जो इस तरह के कपटपूर्ण दावे करता हो।
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