गांवों में बनाए आइसोलेशन सेंटर, बीमार को मिलेगा तुरंत उपचार चरखी दादरी जयवीर फोगाट, 15 मई, जिला में डोर टू डोर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए गठित 172 टीमों ने काम शुरू कर दिया है। ये टी
ें घर-घर जाकर प्रत्येक नागरिक की जांच करेंगी और अपनी रिपोर्ट देंगी, जिसके आधार पर बीमार लोगों का तुरंत उपचार शुरू किया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के साथ आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करवाने का निर्णय लिया गया था। जिला में इन टीमों ने आज काम शुरू कर दिया है। ये टीमें स्वास्थ्य जांच करके अपनी रिपोर्ट हेड क्वार्टर टीम को सौंपेंगी और रिपोर्ट के आधार पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति का उपचार या सुविधा उसे मुहैया करवाई जाएगी। जिला के लगभग 50 गांव में आइसोलेशन सेंटर स्थापित कर दिए गए हैं। अगर जरूरत पड़ती है तो संबंधित क्षेत्र के बीमार लोगों को इन आइसोलेशन सेंटर में भी रखने की व्यवस्था की जाएगी। जिला में पर्याप्त प्रबंध, स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्राथमिकता पर उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग को हर प्रकार से सहयोग और सहायता की जा रही है। प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की देरी नहीं होने दी जा रही है। प्राधामिकता के आधार पर स्वाथ्य से संबंधित कार्य हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लोहारू रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में 500 बेड का अस्थाई अस्पताल शुरू करने पर काम किया जा रहा है। दादरी शहर के नवनिर्मित एमसीएच अस्पताल और रंगीला के जैन मंदिर में भी 50-50 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। जिला में दवाई और ऑक्सीजन आदि की कोई कमी नहीं है। सरकार के निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को विशेष कीट भी वितरित की जा रही है। जिला में सभी प्रकार की व्यवस्था है ठीक है। सोशल मीडिया की शिकायतों का किया जा रहा समाधान उन्होंने कहा कि कोरोना के ज्यादा केस आने पर विभिन्न क्षेत्रों में कैंटोनमेंट जोन बनाए गए हैं और वहां पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस विभाग को भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न श्रेणियों की दुकानों के खुलने का समय निर्धारित है। सोशल मीडिया सहित किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों का तत्काल निपटारा किया जा रहा है। कोरोना से बचाव लोगों के व्यवहार पर निर्भर उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से बचाव और रोकथाम आम लोगों के व्यवहार पर निर्भर करता है। अगर हम मेलजोल में लगे रहे और सावधानी नहीं बरती गई तो कोरोना का प्रकोप बढ़ सकता है। ऐसे में हम सभी लोगों को मास्क लगाना, उचित दूरी बनाए रखना और बार-बार हाथ धोना जैसी बातों को ध्यान में रखते हुए अपने कार्य करने। लक्षण आने पर टेस्ट करवाना जरूरी, जाकि समय पर शुरू हो इलाज उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि ऑक्सीजन की मांग ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक है। उसे देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र का आंकड़ा मांगा गया है ताकि सही प्रबंधन के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यवस्थाएं और उपचार दिया जा सके। उन्होंने कहा कि डर के कारण लोग टेस्ट नहीं करवाते हैं जोकि बहुत खतरनाक है। टेस्ट नहीं होने और सही उपचार नहीं मिलने के कारण मरीज की तबीयत बिगड़ जाती है और गंभीर हालत में मरीज का जल्दी ठीक होना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कोरोना के लक्षण आते ही तुरंत टेस्ट करवाएं ताकि टेस्ट का रिजल्ट आने पर तुरंत उपचार शुरू किया जा सके। लगभग 95 प्रतिशत मामलों में लोग घर रहकर ही डॉक्टर की सलाह पर उपचार लेकर ठीक हो रहे।
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