-- वैक्सिनेशन केंद्रों की संख्या बढ़ाए सरकार। खोजी/सुभाष कोहली। कालका। जिला पंचकूला में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उसके साथ ही मौतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। कोरोना संक्र
ण की चेन को तोड़ने के लिए कोविड-19 टेस्ट ही एकमात्र कारगर उपाय है। यह कहना है कालका मेन बाज़ार व्यापार मंडल के पूर्व प्रधान नरेश मंगला का। मंगला का कहना है कि लॉकडाउन में जो आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहती हैं, उनमें लोग खरीददारी के लिए जाते हैं। ऐसे में दुकानदार खरीद के दौरान लोगों के संपर्क में आते हैं। ऐसी सूरत में दुकानदारों के लिए भी कोरोना टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है। क्योंकि कोई भी दुकानदार कोरोना से यदि संक्रमित हुआ तो वो संक्रमण दुकान में खरीदारी करने वाले लोगों तक भी पहुंच सकता है। मंगला की स्थानीय प्रशासन से मांग है कि दुकानदारों के अलावा फल-सब्जी विक्रेताओं व अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वालों के भी कोरोना टेस्ट करवाये जाएं। जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आएगी, उन्हीं दुकानदारों व सेवाएं उपलब्ध करने वालों को ही दुकान या व्यवसाय खोलने की अनुमति दी जाए। मंगला का कहना है कि कोरोना महामारी के चपेट में आने के कारण हर दिन सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। मंगला ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जो दुकानें खोलने की अनुमति नहीं है, उनके भी परिवार हैं। दुकानें न खोलने वाले दुकानदारों को आर्थिक व मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसलिए सरकार को हर वर्ग के लोगों का ध्यान रखते हुए सभी दुकानदारों को ऑड ईवन सिस्टम के हिसाब से अपनी दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए, चाहे आधे दिन की ही दी जाए ताकि व्यापारी वर्ग को राहत मिल सके। यह सभी के लिए ही जरूरी है। साथ ही मंगला का कहना है कि सरकार द्वारा वैक्सिनेशन ड्राइव तो चलाई जा रही है, लेकिन वह बड़े पैमाने पर न होने के कारण लोग टीका लगवाने के लिए जगह-जगह भटक रहे हैं और अस्पतालों में लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। मंगला की सरकार से मांग है कि कोरोना महामारी के हालात को देखते हुए टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। मंगला ने बताया कि इस सम्बंध में शीघ्र ही एसडीएम कालका को एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
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