कुरुक्षेत्र,4 मई ( सुदेश गोयल):अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस को खास बनाने के लिए और कोरोना काल में लोगों को थोड़ी मानसिक राहत देने के लिए वर्चुअल माध्य्म से एक कार्य्रकम का आयोजन जन शिक्षण संस्थान
श्चिमी दिल्ली पीरागढ़ी के द्वारा किया गया। इसमें आमंत्रित अतिथि, JSSWD कार्यकारिणी सदस्य, अनुदेशक एंव लाभार्थी शामिल हुए। इस मौके पर लाभार्थियों द्वारा कविताओं की, पोस्टर बनाने की व मोटिवेशनल गीत की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराया गया था। जिसमें लाभार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी-2 कविताओं से सभी का मन मोह लिया साथ ही पोस्टर प्रतियोगिता के प्रतिभागियों ने भी सुंदर पोस्टर बनाके सबको आकर्षित किया। सभी अतिथयों ने इन प्रतिभागियों की जमकर सराहना की और आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया। इस कार्य्रकम में मुख्य अतिथियों ने कुछ इस प्रकार से अपने विचार प्रकट किये: श्री विपिन कुमार, CSC - उन्होंने बताया आज के दौर में स्किल का होना बहुत ही आवयश्क है। उनका कहना ये था आज के मशीनी दौर में मज़दूर वर्ग पीछे छूटता जा रहा है परन्तु जिसके पास हाथ में हुनर है वो कभी पीछे नहीं रह सकता। उन्होंने कहा आप अपनी शुरुआत छोटे से साइबर कैफ़े, पैन कार्ड व आधार कार्ड पंजीकरण केंद्र से भी कर सकते है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि वो हमें हर सम्भव मदद देने के लिए भी तैयार हैं। डॉ. रीना शर्मा, उपाध्यक्ष, प्रबंधन समिति सदस्य, JSSWD ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा की मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि इस संकट की घड़ी में हम सब वर्चुअल माध्यम से जुड़े, इसका श्रेय JSSWD टीम की पूरी टीम को जाता है। श्री उदय भराते, डिप्टी डायरेक्टर, KVIC भी हमारे साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने बताया कि एक मई को महाराष्ट्र दिवस भी मनाया जाता है इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम की शुरुआत मज़दूर दिवस और महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए की। उन्होंने बताया की पिछले वित्तीय वर्ष में हमने 3 स्वयं सहायता समूह को हैंडमेड पेपर इंडस्ट्री की ट्रेनिंग प्रदान की। मगर उनका लक्ष्य 10 स्वयं सहायता समूह को ट्रेनिंग देना था इसलिए यह इस वित्तीय वर्ष में इसे पूरा करने की कोशिश रहेगी। उन्होंने ट्रेनिंग के बाद लोन की प्रक्रिया को भी समझाया और किसी प्रकार की समस्या को सुलझाने के लिए तुरंत उनसे सम्पर्क करने को भी कहा। श्रीमती अनिंदिता भट्टाचार्य, सिटी मिशन मैनेजर, NULM ने अपनी बात को कोरोना काल में सकारात्मक सोच बनाये रखने से की साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि झूठी अफवाहों और खबरों से दूरी बनाये रखे। अपना और अपने परिवार का ध्यान रखे। उन्होंने मज़दूर दिवस पर बात करते हुए कहा कि आपको जो काम करना अच्छा लगता है उसे ज़रूर करें। उन्होंने लाभार्थियों को सुझाव दिया कि वो इस समय घर पर रहकर पढ़ाई भी कर सकते है और कोरोना प्रभाव से भी बच सकते है। डॉ. वंदना त्यागी, योग गुरु ने हमें बताया कि कोरोना संकट से लड़ने के लिए हम क्या कर सकते है। उन्होंने सबसे पहले तो यह बताया कि सुबह के समय उठने के पश्चात सूर्य की तरफ मुँह करके प्राणायाम अवश्य करें। जब भी घर से बाहर निकले तो नाक में सरसों का तेल लगाकर निकले और मास्क ज़रूर पहने। उन्होंने आगे कहा कि विटामिन-सी भरपूर मात्रा में लेते रहे, जिससे हमें कोरोना से लड़ने में मदद मिलती रहे। उन्होंने काढ़ा बनाने की विधि भी बताई और इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि सब अपने- अपने घरों में ही भाँप भी लेते रहे। अंत में उन्होंने कहा हमें इस बीमारी से डरना नहीं है इससे लड़के जितना है। श्रीमती नीरा भार्गव, संस्थापक, विद्या ज्योति एसोसिएशन ने जन शिक्षण संस्थान पश्चिमी दिल्ली पीरागढ़ी के साथ जुड़ने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा इस भयानक दौर में हमें एक-दूसरे से वर्चुअल माध्यम से जुड़ा रहना है और सबकी मदद करनी है । श्रीमती अनीता, कंसलटेंट, कैनरा बैंक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुई और उन्होंने कविता के साथ अपनी बात की शुरुआत की। आगे उन्होंने जन-धन, जीवन ज्योति व अन्य प्रकार की बीमा पॉलिसियों के बारे में बताया। उन्होंने इनको लेने से लेकर निकालने तक के सभी रास्ते बताये और कहा कि अगर किसी को भी कोई समस्या है तो वो उनसे तुरंत सम्पर्क कर जानकारी हासिल कर सकते है। श्री अजय शर्मा, कोऑर्डिनेटर, नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) ने भी इस कार्यक्रम के दौरान सभी को ध्यान से सुना और अपनी बात को रखते हुए उन्होंने सबसे पहले बताया कि हमें हर हाल में कोरोना से जंग जितनी है और आगे बढ़ते रहना है। इसके लिए सभी को वैक्सीन ज़रूर लगवानी है। उन्होंने बताया कि नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) हर साल कई प्रकार की गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। जहाँ उन्हें 15-29 वर्ष तक के युवाओं की ज़रूरत वॉलंटीर के रूप में पड़ती है उन्होंने कहा अगर कोई भी उनसे जुड़ना चाहे तो जुड़ सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि पश्चिमी दिल्ली में उनके 140 ऐसे ही काम कर रहें है। आगे उन्होंने कहा की समय-2 पर युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में सम्मानित भी किया जाता है। उन्होंने जल सरंक्षण के मुद्दे पर भी बात की और कहा हमें जल सरंक्षण अभी से ही शुरू कर देना चाहिए नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते है। साथ ही उन्होंने JSS के इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं के सफल लाभार्थिओं को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित करने की बात भी कही। अंत में इस कार्य्रकम में शामिल हुए अतिथियों का संस्थान की निदेशक श्रीमती कुलविंदर कौर ने तहेदिल से धन्यवाद किया और आगे भी हमसे जुड़े रहने का आग्रह किया। उन्होंने कोरोना संकट को देखते हुए सभी के मंगल स्वास्थ्य की कामना की और इस कार्यक्रम की विदाई करने की अनुमति मांगी।
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