कोरोना की भेंट चढ़ा शादी विवाह का कार्यक्रम कामगारों व मजदूरों के ऊपर मंडराया आर्थिक संकट चिराग गोयल,फ़िरोज़पुर झिरका।- हिंदुस्तान में दूसरी बार कोरोना की लहर आने से शादी-विवाह,कुआँ पूजन, बर्
डे सेलिब्रेट जैसे बड़े कार्यक्रम ठप हो गए हैं। ऐसे बड़े कार्यक्रम से जुड़े व्यवसाय के कारोबारियों और मजदूरों पर काफी गंभीर असर पड़ा है। जिला प्रशासन के एडवाइजरी के चलते लोगों के शादी विवाह के अरमान कोरोना के भेंट चढ़ गए हैं। छुछक,भात,हवन,नामकरण आदि के रिश्तेदार इन बड़े कार्यक्रम में कोविड़-19 के संक्रमण की वजह से सम्मिलित होने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी शादी-विवाह में अन्य बड़े कार्यक्रम में काम करने वाले हलवाई, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी, मैरिज होम,धर्मशाला,घोड़ी-बग्गी, बैंड बाजे,ढोल बजाने वाले आधे लोगों को काम नहीं मिल रहा है। ऐसे व्यवसायों से संबंध रखने वाले लोगों की माने तो वह इन सीजनों में साल भर तक का कमाने का जुगाड़ करते हैं। लेकिन सरकार के कोविड 19 के संक्रमण को देखते हुए इन कार्यक्रमों पर रोक लगने की वजह से उनके सामने फिर से भूखे मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने यह भी बताया कि लोगों ने अपने बच्चों की शादी-विवाह कोरोना के नियमों के तहत कुछ आदमी बुलाकर कर रहे हैं, कुछ लोगों ने अपने घरेलू कार्यक्रमों की तिथि आगे तक के लिए बढ़ा दी है, कुछ लोगों ने अपने कार्यक्रम बिल्कुल ही रद्द करा दिए हैं। -------------------------------------------------------------------- हमारा गुजारा शादी विवाह,धार्मिक कार्यक्रम व कुआं पूजन जैसे बड़े कार्यक्रमों में बैंड-बाजा बजा कर ही चलता है। परंतु पिछले साल से ही कोरोना की वजह से जिला प्रशासन के गाइडलाइन पर कार्यक्रमों पर रोक लगने की वजह से हमारा काम ठप पड़ गया है जिसकी वजह से शहर के बैंड बजाने बाले शहंशाह बैंड,महावीरा बैंड,पारस बैंड वालों को बेरोजगार होकर घर बैठना पड़ गया है। बैंड मास्टर:-हक्कू रावलिया -------------------------------------------------------------------------- शहर के कुछ टेंट वाले राकेश गोयल, दीनानाथ हंस,महेश शर्मा,भीम सैनी ने रोष जताते हुए बताया कि पिछले गर्मियों के दिनों में अचानक सरकार द्वारा हिंदुस्तान में लॉकडाउन घोषित हो गया था। जिसकी वजह से शादी विवाह के कार्यक्रम रद्द हो गए और हमें घर पर बिना काम धंधे के बैठना पड़ा। जैसे तैसे सरकार ने 50 आदमियों मैं कार्यक्रम करने की अनुमति दी जिसमें कुछ हद तक हमारा टेंट का सामान इस्तेमाल में आया।परंतु अब दोबारा कोरोना के आगमन होने की वजह से हमारा काफी नुकसान हुआ है,क्योंकि दो महीने पहले ही हमने शादी विवाह जैसे बड़े कार्यक्रम के आर्डर ले लिए थे और पार्टियों ने अपने निजी कार्यक्रम कोरोना की वजह से कैंसिल कर दिए। टेन्ट मालिक:- दीनानाथ हंस ---------------------------------------------------------------------- लोगों ने अपने घरों में शादी विवाह जैसे बड़े कार्यक्रम कराने के लिए मिठाइयों के ऑर्डर दिए थे। परंतु हिंदुस्तान में दूसरी बार अचानक कोरोना के आगमन की वजह से पार्टियों ने अपनी मिठाइयों के आर्डर वापस ले लिए हैं। कुछ लोगों ने अपने ऑर्डर आधे कर दिए हैं। जिसकी वजह से शहर के कुछ हलवाई रामकिशन,फतेह चंद,मोहन,चौटाला, महेंद्र के ऊपर आर्थिक बोझ पड़ा है, आर्थिक बोझ पड़ने की वजह से मिठाई बनाने वाले कामगार-मजदूर भी अपने काम धंधे करने से वंचित रह गए हैं। दिहाड़ी दार मजदूर:- महेंद्र हलवाई
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