होडल, 25 अप्रैल, डोरीलाल गोला जैन युवा जागृति मंच होडल द्वारा श्री दिगंबर जैन मंदिर होडल में भगवान महावीर जयंती के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी का विशेष
भिषेक किया गया। कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी देते विपिन जैन उर्फ लक्की ने बताया कि जैन धर्म में महावीर जयंती का विशेष महत्व है। भगवान महावीर का जन्म छठी शताब्दी ईसा पूर्व राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के यहां हुआ। उनकी माता ने उनके जन्म से पहले 16 विशेष स्वपन देखे थे। बचपन से ही भगवान महावीर का मन ध्यान और धर्म में बहुत लगता था। भगवान महावीर ने 30 वर्ष की आयु में सांसारिक मोह त्यागकर आध्यात्मिक मार्ग अपनाते हुए अपना राज्य व सिंहासन सब कुछ त्याग दिया था। भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। उन्होंने 12 वर्ष की कठोर तपस्या के बाद अपनी इंद्रियों पर विजय प्राप्त की। भगवान महावीर अहिंसा, त्याग व समभाव की प्रतिमूर्ति थे। भगवान महावीर ने त्याग और तपस्या की शक्ति से आत्मसाक्षात्कार किया था। भगवान महावीर ने दुनिया को संदेश दिया कि क्रोध को शांति से, दुष्ट को साधुता से कृपण को दान से और असत्य को सत्य से जीता जा सकता है। उन्होंने विश्व समुदाय को आदर्श जीवन जीने के लिए अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय व अनेकांत जैसे नैतिक मूल मंत्र दिए। इस अवसर पर जैन समाज होडल के पूर्व प्रधान डॉ राजेश जैन, समाज सेवी त्रिलोक चंद जैन, ओमप्रकाश जैन, शिखर चंद जैन, धन्नामल जैन, नंदकिशोर जैन, सुभाष जैन, जगदीश प्रसाद जैन, सतीश जैन तथा जैन युवा जागृति मंच के उपाध्यक्ष संदीप जैन, सचिव नितेश जैन, कोषाध्यक्ष विनोद जैन, सह सचिव प्रथम जैन, प्रैस सचिव राहुल जैन एवं सदस्यगण अनुज जैन, संदीप जैन उर्फ पिंटू जैन, गिर्राज जैन, कपिल जैन, अनिल जैन, सचिन जैन, नितिन जैन, जितेंद्र कुमार जैन, रोहित जैन, विपिन जैन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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