खोजी/सुभाष कोहली। कालका। कोरोना की दूसरी लहर में भारत में संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है, वह और बड़े खतरे की घंटी है। देश में एक दिन में ही चार लाख के लगभग नए मामलों का सामने आना बता रहा है कि हाला
बेकाबू हो चुके हैं। भारत दुनिया में पहला देश हो गया है जहां संक्रमण के नए मामले मिलने की रफ्तार सबसे ज्यादा है। तेजी से बढ़ रहे कोविड मामलों पर अखिल भारतीय महिला गुर्जर महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा एवमं भारतीय महिला अधिकार सुरक्षा परिषद् की अध्यक्षा संगीता चौधरी ने चिंता जताई है। संगीता ने कालका-पिंजौर क्षेत्र मे तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग पर कोरोना जांच की सैंपलिंग लेने की अवधि पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सब डिविजनल अस्पताल कालका में दोपहर 12 बजे तक ही कोरोना की जांच करवाने के लिए रजिस्ट्रेशन की जाती है। टेस्टिंग के दौरान कोरोना पॉजिटिव केसों में बढ़ोतरी भी हो रही है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सैंपलिंग और कांटेक्ट ट्रेसिंग ही एक कारगर उपाय है, जिसपर स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी कोरोना की जंग के बीच वैक्सिनेशन और सैंपलिंग की रफ्तार को बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। संगीता का आरोप है कि कोरोना के लक्षण पाए जाने पर जब कोई व्यक्ति 12 बजे के बाद कोरोना की जांच करवाने के लिए अस्पताल जाता है तो उसे लोटा दिया जाता है। सरकारी अवकाश व रविवार के दिन भी अस्पताल में कोरोना की जांच नहीं की जाती है। गरीब आदमी प्राइवेट लैब में मोटी रकम देकर जांच करवाने में असमर्थ है। संगीता की स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से अपील है कि क्षेत्रवासियों की मांग को ध्यान में रखते हुए कालका स्थित सब डिविजनल अस्पताल में कोरोना की जांच की सैंपलिंग लेने की समयावधि को बढ़ाकर सांय 5 बजे तक कर देनी चाहिए तथा रविवार व सरकारी अवकाश के दिनों में भी जांच करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारी को जारी किए जाएं ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके।
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