नई दिल्ली, । थायराइड सामान्य समस्या है। यह बीमारी थायराइड हार्मोन के अधिक निकलने के चलते होती है। थायराइड ग्रंथि गर्दन के अंदर तितली की आकार में होती है। इस ग्रंथि को अवटु ग्रंथि कहा जाता है।
इस ग्रंथि से दो तरह का हार्मोन निकलता है। जब ग्रंथि से कम अथवा अधिक हार्मोन निकलने लगता है, तो थायराइड की समस्या होती है। थायराइड पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होती है। यह एक आनुवांशिकी रोग है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है। विशेषज्ञों की मानें तो संतुलित आहार, रोजाना एक्सरसाइज, तनाव को दूर और आयोडीन का सेवन कर थायराइड को कंट्रोल किया जा सकता है। अगर आप भी थायराइड के मरीज हैं और थायराइड को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें- केसर थायराइड को कंट्रोल करने के लिए केसर का सेवन जरूर करें। इसमें एमिनो एसिड पाया जाता है, जो थायराइड के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए रात में सोने से पहले केसर को भिगोकर रख दें। अगली सुबह केसर का सेवन करें। आप चाहे तो केसर दूध का भी सेवन कर सकते हैं। इससे मूड स्विंग का खतरा भी कम हो जाता है। केला अगर आप थायराइड के मरीज हैं, तो रोजाना केले का सेवन करें। आप चाहे तो सांभर, करी, रायता और सब्जी में केले का यूज कर सकते हैं। इसमें आयोडीन पाया जाता है, जो थायराइड में फायदेमंद होता है। इसके अलावा, आम और कटहल (मौसमी फलों) का सेवन करें। चना दक्षिण भारत समेत छत्तीसगढ़ और बिहार में चना की खेती की जाती है। इसके दाल का यूज खाने में किया जाता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, जिंक पाया जाता है, जो थायराइड को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। सप्ताह में दो बार चने का सेवन कर सकते हैं। फैटी फिश फैटी फिश यानी तैलीय मछली में उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें आयोडीन, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इसके लिए साल्मन, टूना, हेररिंग्स मछलियों का सेवन कर सकते हैं। डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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