नई दिल्ली, । रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सदस्य देशों के प्रधान मंत्री 30 नवंबर को एससीओ की बैठक में भाग लेंगे। विदेश मामलों के लिए संस
ीय सचिव द्वारा पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने बताया कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को 30 नवंबर को वर्चुअल माध्यम से भारत की मेजबानी के लिए सरकार के प्रमुखों की SCO परिषद की 19 वीं बैठक की अध्यक्षता करना है। यह पहली बार होगा कि शिखर-स्तरीय बैठक भारत की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी, क्योंकि संगठन की सदस्यता पूरी तरह से अर्जित की गई थी। व्यापार, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग पर होगी चर्चा विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि भारत शंघाई सहयोग संगठन के भीतर अधिक से अधिक व्यापार, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की उम्मीद करता है, ताकि एससीओ गतिविधियों के केंद्र में मनुष्यों को रखा जा सके और इस क्षेत्र में अधिक से अधिक शांति और समृद्धि को बढ़ावा मिल सके। बता दें कि भारत और पाकिस्तान 2017 में एससीओ के स्थायी सदस्य बने हैं। एससीओ के अन्य सदस्य देश रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं। 10 नवंबर को रूस ने आयोजित की थी एससीओ बैठक सदस्य देशों के प्रमुखों की परिषद के SCO शिखर सम्मेलन को मुख्य वार्षिक कार्यक्रम माना जाता है। इसे 10 नवंबर को रूस ने वर्चुअल फॉर्मेट में आयोजित की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें हिस्सा लिया था। नाटो (NATO) के प्रति प्रतिकार के रूप में देखा जाने वाला एससीओ, सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। सदस्य देशों के अलावा, चार पर्यवेक्षक देश यानी अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया के प्रतिनिधिमंडल भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद कर रहे हैं।
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