देश की पहली कैरियर लैब का हो रहा निर्माण, युवाओं को मिलेगी सही दिशा हितेश भारद्वाज नौगांवा-कहते है कि कुछ कर गुजरने की चाह हो तो रास्तें खुद ब खुद बन जाते है, ऐसा ही हुआ अलवर जिलें के किशनगढ बास
पखण्ड के गांव बम्बोरा में। बम्बोरा जो अलवर-किशनगढ सडक मार्ग का एक छोटा सा गांव है। गांव में एक विद्यालय जिसकी बदहाली अन्य सरकारी विद्यालयों के जैसी ही थी। जर्जर भवन, कमरों की फर्श उखडती हुई, दरी पटिटयों का अभाव। इसी विद्यालय में 7 वर्ष पूर्व अंकित भार्गव अनुकम्पा नियुक्ति पाकर एक लिपिक के रूप में आये। विद्यालय की हालत देखकर अंकित ने मन में ठानी कि विद्यालय को इतनी ऊंचाईयों पर ले जाऊंगा कि हर कोई ये जाने कि अलवर जिलें में बम्बोरा कोई गांव है और गांव में एक सरकारी स्कूल, जो अन्य सरकारी स्कूल से बिल्कुल अलग है। बस अंकित ने गांव के मौजूदा लोगो, मित्रों सहित अपने स्कूल स्टाँफ के सामने अपने सपने को रखा और लोग उनके सपने से जुडते गये और कांरवा बढता चला गया। इसमें विद्यालय संस्था प्रधान वन्दना चौधरी, सेठ जी के नाम से विख्यात ग्रामीण विकास समिति अध्यक्ष हरचन्द गुप्ता, सचिव फूल सिंह चौधरी और समाजसेवी महेन्द्र शास्त्री सहित स्कूल स्टाँफ ने उनका भरपूर साथ दिया। युवाओं को सही दिशा प्रदान करेगी कैरिया लैब-आज देश की 21 वीं सदी की पहली कैरियर लैब व लाइब्रेरी का निर्माण एक यात्रा के रूप में विद्यालय में 2014 से अनवरत चल रहा है, जिसका नाम देश के पूर्व राष्ट्रपति डाँ अब्दुल कलाम के नाम पर रखा है। इस लैब को देखने के लिए देश के बुद्विजीवी वर्गो के नामचीन लोग आ चुके है और इस प्रयास की सराहना कर चुके है। गांव की ग्रामीण विकास समिति इस निर्माण कार्य की देखरेख कर रही है। जनसहयोग से बन रही इस 3200 वर्ग फीट लैब में कैरियर से सम्बन्धित गतिविधिंया होगी, वहीं एक पुस्तकालय होगा, जिसमें करीब 30 हजार पुस्तकों का संग्रह होगा। इस लैब और लाइब्रेरी का मुख्य उददेश्य 21वीं सदी में विद्यालय केवल परीक्षा केन्द्र तक सीमित न रहे, बल्कि वो ज्ञान केन्द्र बने, जो देश के युवाओं को सही दिशा की ओर अग्रसर कर सके। इस लैब में वर्तमान समय के ज्ञान वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रख कर कैरियर की सम्भावनाओं को ध्यान में रखते बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने किया टवीट, बताया अच्छा प्रयास-इस लैब का शुभारम्भ 15 अक्टूबर 2021 को डाँ कलाम के जन्मदिवस पर होगा, जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित मुख्य सचिव सहित देश के प्रतिष्ठित लोग शामिल होगे। बाकायदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा इस कैरियर लैब के प्रयासों की अपने टिवटर के माध्यम से सराहना की ओर 5 लाख रूपयें की राशि लैब के लिए स्वीकृति भी प्रदान की। इस लैब के निर्माण में अलवर जिलें की स्वंयसेवी संस्थाओं, उद्यमियों, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवी सहित आम लोगों द्वारा भी अब तक लाखों रूपयें का जनसहयोग दिया जा चुका है। रूचियों और वैज्ञानिक नजरियें से हो कैरियर का चयन-अंकित भार्गव बताते है कि डाँ अब्दुल कलाम कैरियर लैब लाइब्रेरी जनसहयोग पर आधारित एक विचार है, जिसे बम्बोरा की ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। देश के हर युवा और बच्चें को कैरियर बनाना है, पर कैरियर को थोपने की बजाय पहले उसकी रूचियों को पहचानने, वैज्ञानिक नजरिया विकसित करना जरूरी है। परन्तु युवाओं को ये नहीं मिल पाता, जिससे शुरूआत में ही भटकाव की स्थिति पैदा हो जाती है, जो जीवन को प्रभावित करती है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों को ज्ञान केन्द्र बना कर राष्ट्र निर्माण में महत्ती भूमिका का निर्वहन किया जा सकता है। क्या कहते है युवा बम्बोरा स्कूल में बन रही कैरियर लैब वाकई में एक अच्छा प्रयास है जो युवाओं को उनके कैरियर के लिए एक सहीं दिशा प्रदान करेगा। 21वीं सदी के युवाओं को रोजगार और कैरियर का चुनाव करने में ये एक सार्थक पहल होगी। मोनिका धार सामाजिक कार्यकर्ता अलवर कैरियर लैब के रूप में सचमुच एक अच्छी सोच के साथ जो प्रयास किये जा रहे है, वो देश के युवाओं के लिए कारगर साबित होगें । शरद मिश्रा युवा एवं सामाजिक कार्यकर्ता अलवर
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