पुन्हाना, कृष्ण आर्य हरिद्वार में महाकुम्भ के पहले शाही स्नान में पुन्हाना व पिनगवां क्षेत्र से काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। पुन्हाना-पिनगवां क्षेत्र से पहुंचे दर्जनों श्रदाल
ओं ने जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज के सानिध्य में निकले शाही जुलूस में शामिल होकर सोमवती अमावस्या के गंगा स्नान के लिए हरकी पैड़ी पहुंचे। इस दौरान निरंजनी अखाड़े,जूना अखाड़ा, अग्नि, आह्वान किन्नर इत्यादि अखाड़ो के लगभग 21लाख साधु संतों व श्रदालुओं ने गंगा में पूण्य की डुबकी लगाई।इस दौरान श्रदालुओं ने हर हर गंगे, हर हर महादेव आदि जयकारों के साथ गंगा स्नान का आनंद लिया। पुन्हाना-पिनगवां से पहुंचे रविन्द्र सीकरी, टेक चंद बिट्टू सीकरी, बालकिशन कुमार, ललित कुमार, दीपक सीकरी, अभिषेक गोल्डी सीकरी इत्यादि ने बताया कि बारह वर्ष बाद हरिद्वार में हुए शाही स्नान में भाग लिया, उन्होंने बताया कि इस दौरान सरकार और प्रशासन द्वारा श्रदालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई हुई थी। देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उत्तराखण्ड प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा तथा लोगो ने भी मास्क, सैनिटाइजर व उचित दूरियों का ध्यान रखते हुए गंगा स्नान का आनंद लिया। श्रद्धालुओं ने बताया कि जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज के सानिध्य में निकले शाही जुलूस में लाखो की संख्या में श्रदालुओं ने भाग लिया। लगभग 21 लाख साधु संतों व श्रदालुओं ने आस्था व पुण्य की प्रतीक माँ गंगा में हर हर गंगे के जयकारों के साथ डुबकी लगाई। श्रदालु रविन्द्र सीकरी व बालकिशन कुमार ने बताया कि जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के सानिध्य में निकले शाही जुलूस में शामिल होकर उन्होंने माँ गंगा से देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को खत्म करने व देश भर में सुख शांति की प्रार्थना की। उन्होंने बताया कि हिन्दू धर्म मे कुंभ मेले में शाही स्नान का विशेष महत्व है। कुंभ स्नान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति व पुण्य मिलता है, साथ ही मोक्ष भी प्राप्त होता है। कुंभ स्नान से पितृ भी शांत होते है और अपना आशीर्वाद प्रदान करते है।
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