-- परिवार का भरण पोषण करना हो रहा है मुश्किल। खोजी/सुभाष कोहली। कालका। हरियाणा सरकार के शिक्षा विभाग की अनदेखी के कारण गवर्नमेंट ऐडेड स्कूल से रिटायर्ड लैब अटेंडेंट को आज अपने परिवार की जरूर
ों को पूरा करने में असमर्थ हो गए हैं। क्योंकि उन्हें चार -चार महीने के अंतराल के बाद 1 महीने की पेंशन मिलती है तथा 3 महीने की पेंशन बकाया रह जाती है, पिछले 2 साल से यह सिलसिला जारी है। कालका हिंदू स्कूल से रिटायर्ड लैब अटेंडेंट रमेश चंदन ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार के शिक्षा विभाग की अनदेखी के कारण उन्हें चार-चार महीने के अंतराल के बाद केवल 1 महीने की पेंशन ही नसीब होती है तथा 3 महीने की पेंशन बकाया रह जाती है। जिसके कारण उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो चुकी है तथा वह सड़क की कगार पर आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2016 से उनकी पेंशन सातवें वेतन आयोग के हिसाब से अभी तक रिवाइज नहीं हुई है, जबकि वह सारी औपचारिकताएं पूरी कर चुके हैं। सरकार की अनदेखी का आलम यह है कि अभी तक 6th पे कमिशन के हिसाब से उनकी पेंशन जो 2006 में रिवाइज होनी थी अभी तक रिवाइज नहीं की गई। चंदन के अनुसार उन्होंने इस बारे में सीएम विंडो में शिकायत की थी जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब वह इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी पंचकूला के दफ्तर में गए तो वहां एक कर्मचारी ने तो यहां तक कह दिया कि तुमने सीएम विंडो में शिकायत की है अब सीएम ही तुम्हारी पेंशन देंगे। जिला शिक्षा अधिकारी पंचकूला ऑफिस में कार्यरत सेक्शन ऑफिसर यादव से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि पेंशन के लिए ग्रान्ट डायरेक्टर सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन के दफ्तर से आती है। जब वहां से ग्रान्ट आती है तो हम बैंक अकाउंट में डलवा देते हैं, हमारी तरफ से पेंशन भेजने में कोई देरी नहीं होती।
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