हाइपरटेंशन व डायबिटीज के मरीज के लिए कोरोना हो सकता है खतरनाक हथीन/माथुर : सिविल सर्जन डा. ब्रहमदीप ने बताया कि जीवनशैली में आ रहे बदलाव के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही है
ं। खासकर हाइपरटेंशन व डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। हाइपरटेंशन व डायबिटीज कोरोनाकाल में ऐसे मरीजों को टेंशन दे रही है। हाइपरटेंशन व डायबिटीज कोरोना से ज्यादा खतरनाक माना गया है। सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्म दीप ने बताया कि मानसिक तनाव हाइपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण है ढ्ढ मानसिक तनाव से भी हाई ब्लड प्रेशर बनता है व ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होता है। सकारात्मक धैर्य रखने से इस पर नियंत्रण रखा जा सकता है। लेकिन बहुत कम लोग इस पर नियंत्रण रखते हैं। इन पर कोरोना का असर हावी हो रहा है। जिन मरीजों से बीपी ज्यादा होता है। ऐसे लोगों में रक्त गाडा होता है। स्वत: उनमे धक्का जमने की प्रवृत्ति अधिक होती है। इसलिए सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्म दीप ने बताया कि सभी को स्ट्रेस मुक्त रहेना चाहिए। यदि आपको उच्च रक्तचाप है, तो कोरोनावायरस के प्रकोप के दौरान खुद को बचाने के लिए अतिरिक्त देखभाल करना एक अच्छा विचार है। इस स्थिति वाले लोगों की संभावना अधिक हो सकती है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों में कोविड-19 संक्रमण और जटिलताओं का अधिक जोखिम होता है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों में कोरोनोवायरस से मरने की संभावना थोड़ी अधिक है। उनका जोखिम कुल आबादी का लगभग दोगुना है। उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग कोरोनोवायरस के लिए उच्च जोखिम में हैं। लंबे समय तक स्वास्थ्य की स्थिति और उम्र बढऩे से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, इसलिए यह वायरस से लडऩे में सक्षम है। 60 से अधिक उम्र के लगभग दो-तिहाई लोगों में उच्च रक्तचाप है। निमोनिया वायरस की सबसे आम जटिलता है, यह हृदय प्रणाली को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उच्च रक्तचाप धमनियों को नुकसान पहुंचाता है और आपके हृदय में रक्त के प्रवाह को कम करता है। इसका मतलब है कि आपके दिल को पर्याप्त रक्त पंप करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। समय के साथ, यह अतिरिक्त कार्य आपके दिल को उस बिंदु तक कमजोर कर सकता है जहां यह आपके शरीर में अधिक ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप नहीं कर सकता है। कोरोनावायरस सीधे दिल को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जो विशेष रूप से जोखिम भरा हो सकता है यदि आपका दिल उच्च रक्तचाप के प्रभाव से पहले से ही कमजोर हो। वायरस से मायोकार्डिटिस नामक हृदय की मांसपेशियों में सूजन हो सकती है, जो हृदय को पंप करने के लिए कठिन बना देती है। सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्म दीप ने जिलावासीयों से अपील करते हुए कहा कि जब तक जरुरी ना हो घर से बाहर ना निकले और घर से बाहर जाना पडे तो मास्क लगाकर ही जाए और अपने हाथ बार-बार सैनेटाइज करं व अपनी दिनचर्या में योगा व प्राणायाम को शामिल करें।
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