होडल, 6 अप्रैल, डोरीलाल गोला पिछले डेढ साल से पीने के पानी की किल्लत झेल रहे गांव पिगौड की दर्जनों गुस्साए ग्रामीण महिला-पुरूषों ने मंगलवार को गांव में मटका फोड प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ अप
ा रोष प्रकट किया। मंगलवार को गुस्साई दर्जनों महिलाओं ने अपने सिरों पर मटके व वाल्टी रखकर उन्हें जमीन पर तोडकर अपना गुस्सा प्रकट किया। गुस्साए ग्रामीण महिला-पुरूषों ने यहां प्रशासन व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दो-तीन दिन का एल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर उनकी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह सडकों पर उतरकर जाम लगाने का मजबूर होंगे। बार-बार प्रशासनिक व संबंधित विभागीय अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद भी उन्हें इस समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है। मंगलवार को पिछले डेढ साल से पानी की किल्लत झेल रही गांव पिगौड की दर्जनों महिलाओं ने अपने सिरों पर रखें खाली मटके व वाल्टियों को तोडकर प्रशासन व जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष प्रकट किया। यहां गुस्साए ग्रामीण पूर्व सरपंच टेकचंद, पूर्व पंच श्यामलाल, रमेश कुमार, सरपंच छंगालाल, महिला सावित्री, बिमलेश, सरोज, रजनी, बिमल, हरबती, राजबती के अलावा अन्य ग्रामीणों का कहना था कि पिछले डेढ साल से पीने के पानी की पाइप लाइन टूटने के कारण गांव में पेयजल संकट गहराया हुआ है। ग्रामीण महिलाओं को कई किलोमीटर दूर से सिर पर पानी भरकर लाना पड रहा है। बिजली के आवागमन का कोई निश्चित समय ना होने के कारण कई बार तो खाली बर्तन लेकर घरों को लौटना पडता है। गांव के सरपंच छंगालाल व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रशासनिक व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। गुस्साए ग्रामीण महिला-पुरूषों ने यहां प्रशासन व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो-तीन दिन के अंदर उनकी इस समस्या को समाधान नहीं हुआ तो वह सडक मार्ग को जाम कर देंगे और उसके कारण होने वाले नुकसान का जिम्मेंदार प्रशासन होगा।
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