हाइपरटेंशन के मरीज के लिए कोरोना हो सकता है खतरनाक-डा. ब्रहमदीप

Khoji NCR
2021-04-03 11:42:24

हथीन/माथुर : सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि जीवनशैली में आ रहे बदलाव के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं। खासकर हाइपरटेंशन मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही ह

ै। कोरोनाकाल में हाइपरटेंशन मरीजों को टेंशन दे रही है। हाइपरटेंशन को कोरोना से ज्यादा खतरनाक माना गया है। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि मानसिक तनाव हाइपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण है। मानसिक तनाव से भी हाई ब्लड प्रेशर बनता है। सकारात्मक धैर्य रखने से इस पर नियंत्रण रखा जा सकता है। लेकिन बहुत कम लोग इस पर नियंत्रण रख पाते हैं। जिन मरीजों को बीपी ज्यादा होता है, उन लोगों में रक्त गाढा होता है। स्वत: उनमे धक्का जमने की प्रवृत्ति अधिक होती है। इसलिए सिविल सर्जन ने बताया कि सभी को स्ट्रेस मुक्त रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि यदि आपको उच्च रक्तचाप है, तो कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप के दौरान खुद को बचाने के लिए अतिरिक्त देखभाल करना एक अच्छा विचार है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों में कोविड-19 सक्रमण और जटिलताओं का अधिक जोखिम होता है। उन्होंने बताया कि निमोनिया वायरस की सबसे आम जटिलता है। यह हृदय प्रणाली को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उच्च रक्तचाप धमनियों को नुकसान पहुंचाता है और आपके हृदय में रक्त के प्रवाह को कम करता है। इसका मतलब है कि आपके दिल को पर्याप्त रक्त पंप करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। समय के साथ यह अतिरिक्त कार्य आपके दिल को उस बिंदु तक कमजोर कर सकता है, जहां यह आपके शरीर में अधिक ऑक्सीजन युक्त रक्त पंप नहीं कर सकता है। कोरोना वायरस सीधे दिल को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जो विशेष रूप से जोखिम भरा हो सकता है, यदि आपका दिल उच्च रक्तचाप के प्रभाव से पहले से ही कमजोर हो। सिविल सर्जन ने बताया कि वायरस से मायोकार्डिटिस नामक हृदय की मांसपेशियों में सूजन हो सकती है, जो हृदय को पंप करने के लिए कठिन बना देती है। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि जब तक जरुरी न हो घर से बाहर न निकले और घर से बाहर जाना पड़े तो मास्क लगाकर ही जाए। अपने हाथ बार-बार सैनेटाइज करे और अपने दिनचर्या में योगा व प्राणायाम को शामिल करें।

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