पेयजल को लेकर एचएसवीपी और सिचाई विभाग में फिर आरोप-प्रत्यारोप

Khoji NCR
2020-11-26 11:38:32

बहादुरगढ़ : बहादुरगढ़ माइनर से पेयजल की आपूर्ति को लेकर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और जन स्वास्थ्य विभाग में फिर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। प्राधिकरण के कर्मचारियों का आरोप है कि माइ

र में आउटलेट से आगे पानी की सप्लाई रोकने के लिए स्लैब तोड़कर डाल दिया गया। बुधवार को माइनर के निरीक्षण के दौरान यह पता लगा। इसके बाद कर्मचारियों को माइनर में उतारकर स्लैब के बड़े-बड़े टुकड़े हटवाए गए। इधर, जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इससे इंकार किया है। दरअसल, बहादुरगढ़ माइनर से पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति न होने से ही यह मसला खड़ा हुआ था। यह माइनर खस्ता हाल में है। लंबे समय से इसके पुनर्निर्माण की मांग उठ रही है। मगर यह मामला अटका हुआ है। ऐसे में माइनर से ज्यादा पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। इस माइनर से दो विभागों को पानी मिलता है। एक तरफ जन स्वास्थ्य विभाग है जिसके पास सेक्टरों को छोड़ बाकी शहर में पानी देने का जिम्मा है। दूसरी तरफ हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को सेक्टरों में पानी की सप्लाई देनी होती है। चूंकि माइनर से पानी कम आता है और डिमांड दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में बंटवारे पर तकरार चल रही है। दोनों ही विभाग माइनर में लगे आइटलेट पाइप से बार-बार एक दूसरे पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हैं। अब फिर एक बार ऐसा हुआ है। विगत में यह मसला डीसी तक भी पहुंचा था। प्राधिकरण की ओर से आशीष कुमार का कहना है कि जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कभी माइनर में अवरोधक बनाकर तो कभी बड़ा पाइप लगाकर आगे की सप्लाई रोकी जाती है। इधर, जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ अनिल रोहिल्ला का कहना है कि टैंक खाली हो रहे हैं। तीन दिन में एक बार शहर में पानी दिया जाता है। माइनर से जितना भी पानी मिलता है, वह शहर के लोगों को ही देना होता है। इसमें बेवजह के आरोप लगाना ठीक नहीं।

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