खोजी/सुभाष कोहली। कालका। कालका व आसपास के क्षेत्र में पिछले काफी समय से नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। अभी तक नशे के कारोबार पर कहीं भी लगाम लगती नजर नहीं आ रही। क्षेत्र में बढ़ते नशे के का
ोबार पर विपक्षी पार्टी के नेता भी मौजूदा सरकार पर सवाल उठाते रहते हैं। यह कहना है मिशन एकता समिति की महासचिव कृष्णा राणा का। राणा का कहना है कि पुलिस कभी-कभार इन्हें पकड़ती भी है, मुकदमा भी दर्ज करती है। लेकिन कुछ समय बाद ही इन लोगों को जमानत मिल जाती है। जमानत पर आकर फिर से नशे के कारोबार में जुट जाते हैं। हालांकि क्षेत्र में कई युवक नशे की ओवरडोज से जान भी गवा चुके हैं। राणा का कहना है कि जो भी नशे के खिलाफ बोलता है या नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की जानकारी पुलिस को देता है तो उसे ड्रग माफिया की धमकियां आती हैं, उस पर जानलेवा हमले किये जाते हैं। अभी हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब पंचकूला की राजीव कालोनी में नशा बेचने का विरोध करने पर पार्षद पंकज बाल्मीकि पर कुछ लोगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया, जोकि बेहद निंदनीय है। राणा का कहना है कि क्षेत्र में नशे की बिक्री बड़ी मात्रा में होने के कारण लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। नशेड़ियों के साथ-साथ नशे का धंधा करने वालों और बड़े सप्लायर्स पर शिकंजा कसना लाजमी है। राणा ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि वे नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करे। यदि पुलिस प्रशासन क्षेत्र के नशेड़ियों और ड्रग माफियाओं पर लगाम लगाने में नाकाम साबित होता है तो समिति को सड़क पर आकर धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
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