सूख रही गेहूं की फसल को मिला पानी, लोगों ने जताया सरकार का आभार चिराग गोयल फिरोजपुर झिरका।- नगीना के उमरा माइनर नहर में पानी आने से किसानों ने राहत की सांस ली है। इस नहर में पिछले एक माह से पानी
ी एक बूंद तक नहीं आई थी। गांव के अहमद मुस्तल्हा, मुस्ताक फौजी, जमशेद खां, हाजी सत्तार, आरीफ़ सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि इस संबंध में कई बार जिला प्रशासन व विभाग को शिकायतें दी जा चुकी थी। लेकिन एक माह बाद भी किसी अधिकारी ने किसानों की पुकार नहीं सुनी। आखिरकार हमने इस समस्या को अखबार के माध्यम से अवगत कराया।अखबार ने हमारी खबर को प्रमुखता से छापकर जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग की नींद खोली है। अब हम सभी किसानों में खुशी है कि हमें गेहूं की फसल के लिए पानी मिल गया है। इसलिए हम अखबारों का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सिंचाई के लिए हमें पानी नहीं मिलता तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाती। अभी भी 1 एकड़ की फसल में करीब 4 क्विंटल गेहूं का नुकसान किसानों को हो चुका है। यदि समय पर पानी मिल जाता तो आज हमें ये नुक्सान नहीं झेलना पड़ता। लेकिन अब पानी मिला है तो इसके लिए भी हम सरकार का भी धन्यवाद करना चाहेंगे, कि इस मुश्किल की घड़ी में किसानों की पुकार को सुनकर हमें पानी उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि किसानों के पास कृषि आय का एकमात्र साधन होता है। यदि हमारी फसल बर्बाद हो जाती तो हमें बड़ी मुश्किल की घड़ी से गुजरना पड़ता।
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