खोजी/सुभाष कोहली। कालका। ब्रह्माकुमारी प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय (शांति अनुभूति भवन) पिंजौर की मुख्य संचालिका महेंद्र कौर ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख
्य प्रशासिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दादी गुलजार के देह त्याग पर दुःख व्यक्त किया है। दादी गुलजार 11 मार्च को अपना पुराना शरीर त्याग कर बापदादा की गोद में चली गई। दादी गुलजार जी का सफर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सिंध हैदराबाद से शुरू हुआ था, उस समय उनकी उम्र मात्र 9 वर्ष की थी। दादी गुलजार जी ने निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा कर लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। दादी गुलजार केवल चार क्लास तक ही पढ़ी हुई थी। दादी गुलजार जी ने देश-विदेश की यात्रा कर राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र के लाखों-करोड़ों लोगों को ईश्वरीय संदेश दिया। दादी जी के देह त्याग पर शांति अनुभूति भवन पिंजौर में 18 मार्च 2021 को शांति सभा आयोजित की गई। शांति सभा में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दादी गुलजार को नमन करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। उस उपरांत उपस्थित सभी लोगों को ब्रह्म-भोजन भी करवाया गया।
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