खोजी एनसीआर साहून खांन नूंह नूंह में सोमवार को असमाजिक तत्त्व वसीम रिजवी के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि कुरआन एक इस्लाम धर्म की पवित्र किताब है, जो किसी भी तरह की भडकाऊ बात या किस
ी दूसरे मजहब को क्षति पहुुंचाने की किसी भी कीमत में अनुमति नहीं देती है। भारी तादाद में लोगों ने राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें लिखा गया कि कुरआन पवित्र किताब है, जो इस्लाम धर्म की सबसे अहम और बडी पुस्तक है और हर बुराई से बचने तथा अच्छे रास्ते पर चलने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी नाम के घटिया और नापाक सोच वाले व्यक्ति ने कुरआन से 26 आयतें हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की है, उससे पूरे देश में अमन शांति भंग होने की आशंका है और जान बूझकर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। कुरआन पाक सच्ची और ईश्वरीय किताब है। जिसमें से 26 आयत तो दूर एक लफ्ज को भी हटाने की अनुमति नहीं है। लोगों ने मांग की है कि देश की अमन शांति को भंग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए, ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाना चाहिए, साथ में उसके द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में दायर की गई याचिका को भी खारिज करना चाहिए। ताकि देश में अमन शांति बनी रहे।
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